कश्मीर में शीतलहर तेज हुई, स्कीइंग रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से नौ डिग्री नीचे |

कश्मीर में शीतलहर तेज हुई, स्कीइंग रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से नौ डिग्री नीचे

कश्मीर में शीतलहर तेज हुई, स्कीइंग रिसॉर्ट गुलमर्ग में तापमान शून्य से नौ डिग्री नीचे

:   Modified Date:  January 23, 2023 / 03:37 PM IST, Published Date : January 23, 2023/3:37 pm IST

श्रीनगर, 23 जनवरी (भाषा) आसमान साफ ​​रहने के कारण पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आई तथा गुलमर्ग स्कीइंग रिजॉर्ट में तापमान शून्य से नौ डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि चार दिन की बारिश और बर्फबारी के बाद रविवार दोपहर से ही कश्मीर में सूरज लुकाछिपी का खेल खेल रहा है। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो शनिवार रात के 1.0 डिग्री सेल्सियस तापमान से नीचे है।

घाटी के प्रवेश द्वार काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.9 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। कुपवाड़ा में पिछली रात तापमान शून्य से 0.5 डिग्री कम था।

बारामूला जिले के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 9.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। यह प्रसिद्ध स्की-रिसॉर्ट जम्मू-कश्मीर में सबसे ठंडा स्थान रहा।

सालाना अमरनाथ यात्रा के दौरान आधार शिविर की भूमिका निभाने वाले पहलगाम का न्यूनतम तापमान शून्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

मौसम कार्यालय ने कहा कि शुक्रवार को छोड़कर अगले पांच दिनों में केंद्र शासित प्रदेश में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश या हिमपात की संभावना है।

मौसम कार्यालय ने कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम हिमपात और मध्यम से भारी हिमपात तथा जम्मू में बारिश की संभावना के साथ सोमवार से बुधवार तक अधिक वर्षा होने का अनुमाान जताया है। उनके अनुसार, शनिवार और रविवार को अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश या हिमपात हो सकता है।

कश्मीर वर्तमान में ‘चिल्लई कलां’ की चपेट में है। 40 दिनों की सबसे कठोर इस मौसम अवधि में बर्फबारी की संभावना अधिक होती है। चिल्लई कलां 21 दिसंबर से शुरू होता है और 30 जनवरी को समाप्त होता है। इसके बाद भी शीतलहर जारी रहती है और 20 दिन लंबा ‘चिल्लई खुर्द’ तथा 10 दिन लंबा ‘चिल्लई बच्चा’ चलता है।

भाषा जितेंद्र मनीषा

मनीषा

 

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