Pawan Khera On Jyotiraditya Scindia | Photo Credit: IBC24
नई दिल्ली: Pawan Khera On Jyotiraditya Scindia देश में आपातकाल लगने के 50 साल पूरे हो चुके हैं। जिसको लेकर अब देश की राजनीति गर्मा गई है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। अब उनके पोस्ट पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पलटवार किया है। उन्होंने ने कहा कि पूज्य पिताजी का भी तो ज़िक्र करिए कभी महाराज।
Pawan Khera On Jyotiraditya Scindia कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा कि ‘पूज्य पिताजी का भी तो ज़िक्र करिए कभी महाराज, या भाजपा के प्रोपगेंडा को फैलाने के लिए उन्हें भुला ही देंगे?
▪️स्वर्गीय माधवराव सिंधिया जी 1980 की इंदिरा सरकार में सांसद बने।
▪️आपने कभी अपने पिताजी से नहीं पूछा कि वो संघ के विरोधी क्यों थे?
▪️वो आपातकाल के विरोध में संघ का समर्थन क्यों नहीं करते थे?’
पूज्य पिताजी का भी तो ज़िक्र करिए कभी महाराज, या भाजपा के प्रोपगेंडा को फैलाने के लिए उन्हें भुला ही देंगे?
▪️स्वर्गीय माधवराव सिंधिया जी 1980 की इंदिरा सरकार में सांसद बने।
▪️आपने कभी अपने पिताजी से नहीं पूछा कि वो संघ के विरोधी क्यों थे?
▪️वो आपातकाल के विरोध में संघ का… pic.twitter.com/WzvvdjEgda— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) June 25, 2025
आपको बता दें कि आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने अपने पोस्ट पर लिखा कि ‘मेरी पूज्य आजी अम्मा, श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी ने राजपथ को त्याग कर लोकपथ की राह चुनी थी। लोकतंत्र और जनसेवा के प्रति उनकी निष्ठा ने भारतीय राजनीति को नई दिशा दी।
आपातकाल के दिनों में भी लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए उन्होंने संघर्ष किया। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें कई तरह की यातनाएं दी और अत्याचार किए। उनको जेल में भी डाला गया – लेकिन वे न झुकीं, न दबीं और न टूटीं। लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान के सम्मान के लिए वह अडिग रहीं। उनके विराट व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रधानमंत्री @narendramodi के विचार हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।’
मेरी पूज्य आजी अम्मा, श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी ने राजपथ को त्याग कर लोकपथ की राह चुनी थी। लोकतंत्र और जनसेवा के प्रति उनकी निष्ठा ने भारतीय राजनीति को नई दिशा दी।
आपातकाल के दिनों में भी लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए उन्होंने संघर्ष किया।
तत्कालीन कांग्रेस सरकार… https://t.co/19EgFg8681 pic.twitter.com/anYQtfBkly
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) June 25, 2025