कांग्रेस नेता बोले-‘गलत फिलॉसिफी को दर्शाती हैं NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार..हम नहीं मान सकते आदर्श’

एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता की अपमानजनक टिप्पणी के एक दिन बाद, बीजेपी ने बृहस्पतिवार को ओडिशा, झारखंड और अन्य आदिवासी बहुल इलाकों में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है

कांग्रेस नेता बोले-‘गलत फिलॉसिफी को दर्शाती हैं NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार..हम नहीं मान सकते आदर्श’
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: July 14, 2022 1:07 pm IST

Politics Over Presidential Election 2022: एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कांग्रेस नेता की अपमानजनक टिप्पणी के एक दिन बाद, बीजेपी ने बृहस्पतिवार को ओडिशा, झारखंड और अन्य आदिवासी बहुल इलाकों में विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। पूर्व लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता, अजय कुमार ने कहा था कि, “द्रौपदी मुर्मू एक सभ्य व्यक्ति हैं। लेकिन वह भारत की बुरी फिलोसफी का प्रतिनिधित्व करती हैं। हमें द्रौपदी मुर्मू जी को आदिवासियों का प्रतीक नहीं बनाना चाहिए। रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति हैं और हाथरस जैसी घटना हुई, क्या उन्होंने एक शब्द भी कहा? अनुसूचित जाति की हालत और खराब हो गई है।” बीजेपी की तरफ से कहा गया है कि, इस तरह की टिप्पणी से आदिवासियों में गुस्सा फूट पड़ा है।

Read More: इंदिरा गांधी बनकर देश में Emergency लगाएंगी कंगना रनौत! जारी हुआ टीजर


Read More: राजधानी में कर्फ्यू का ऐलान, इन सुविधाओं पर लगी पाबंदी, यहां की सरकार ने लिया बड़ा फैसला

‘कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए’
कांग्रेस नेता अयज कुमार के बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि, कांग्रेस पार्टी को देश से माफी मांगनी चाहिए। अर्जुन मुंडा ने कहा था कि, ”आदिवासी वर्ग के एक व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के लिए मनोनीत किए जाने से कांग्रेस निराश और परेशान है।  ऐसे बयानों के लिए कांग्रेस पार्टी को देश से माफी मांगनी चाहिए।”

Read More: FD पर अब ज्यादा मिलेगा ब्याज, इस बड़े बैंक ने बढ़ाई ब्याज दर, चेक करें लेटेस्ट रेट

‘कांग्रेस ने आदिवासियों को क्या दिया’
इसी मामले पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने भी ट्वीट करते हुए कहा था कि, ”आज़ादी के बाद 54 साल से ज़्यादा देश पर हुकूमत करने वाले कांग्रेस ने आदिवासियों को क्या दिया? ये दुनिया जानती है, लेकिन आज भाजपा-एनडीए ने आज़ाद भारत में पहली बार किसी आदिवासी संताल महिला को राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनाया है तो इन कांग्रेसियों के पेट में दर्द हो रहा है। कांग्रेस की यह सोच परिवारवादी सामंती मानसिकता का परिचायक है।”

Read More: विधानसभा चुनाव से पहले की जाएंगी लाखों में भर्तियां, राज्य सरकार ने जल्द शुरू करने वाली है ये अभियान


लेखक के बारे में