(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के सम्मान और आतंकवाद के विरोध में शुक्रवार शाम देश के विभिन्न राज्यों में मोमबत्ती जुलूस निकाला। दिल्ली में इस जुलूस का नेतृत्व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने किया।
कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस पर इस मार्च में व्यवधान डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह संकट की घड़ी में एकजुटता के विचारों के प्रति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की खोखली प्रतिबद्धता का परिचायक है।
उनके आरोप पर फिलहाल दिल्ली पुलिस की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यह मार्च पार्टी के पुराने मुख्यालय ’24 अकबर रोड’ से लुटियन दिल्ली में गांधी स्मृति तक निकाला गया। राहुल गांधी के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और अजय माकन भी थे।
राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सऐप चैनल पर पोस्ट किया, ‘पहलगाम हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने और देश में अमन के लिए दिल्ली में आयोजित कांग्रेस के मार्च में सम्मिलित हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘आतंक का अंधेरा जम्मू कश्मीर और भारत से मिटे, देश में शांति और भाईचारा मजबूत हो इसकी मशाल हम सब को थाम कर साथ चलना है।’
इस बीच, कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘जिस उद्देश्य के लिए पूरा देश एकजुट है, उसके लिए निकाले जा रहे शांतिपूर्ण कैंडललाइट मार्च में सरकार प्रायोजित व्यवधान शर्मनाक है। ‘
उन्होंने आरोप लगाया, ‘राहुल गांधी जी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय (24 अकबर रोड) से महात्मा गांधी स्मृति तक मार्च निकाल रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस पर आपत्ति जताई और कार्यक्रम स्थल पर पूरी तरह से अफरा तफरी और भ्रम पैदा कर दिया।’
वेणुगोपाल का कहना है कि दिल्ली पुलिस का यह आचरण संकट के दौरान एकता और एकजुटता के विचारों के प्रति भाजपा की खोखली प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
कांग्रेस ने मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, लखनऊ, जयपुर और देश के कई अन्य शहरों में मोमबत्ती जुलूस निकाला।
भाषा हक
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