वंशवाद के कारण पूरे देश में सिकुड़ रही है कांग्रेस: शाह

वंशवाद के कारण पूरे देश में सिकुड़ रही है कांग्रेस: शाह

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  • Publish Date - February 28, 2021 / 01:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

कराईकल (पुडुचेरी), 28 फरवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुडुचेरी की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने 15,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधियों में से गांधी परिवार को ‘कट मनी’ दी।

शाह ने कहा कि कांग्रेस में गुण को कोई स्थान नहीं है और 2016 में ए. नमःशिवायम के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के बावजूद नारायणसामी को मुख्यमंत्री बनाया गया।

यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि केंद्र शासित के लिए जो केंद्रीय योजनाएं थीं उसको लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार ‘तुच्छ राजनीति’ करती थी।

उन्होंने कहा कि पुडुचेरी को एक आदर्श संघ शासित प्रदेश बनाने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके सर्वांगीण विकास के लिए 115 से अधिक योजनाओं को मंजूरी दी लेकिन ‘‘एक ऐसी सरकार थी जो तुच्छ राजनीति करना चाहती थी।’’

शाह ने कहा, ‘‘उन्हें डर था कि अगर पुडुचेरी में परियोजनाएं लोकप्रिय हो जाएंगी तो यह (कांग्रेस के लिए) नुकसानदायक होगा। उन्होंने परियोजनाओं को अनुमति नहीं दी और (तत्कालीन) नारायणसामी सरकार इसके लिए जिम्मेदार है।’’

शाह ने भाजपा के लिए एक जनादेश हासिल करने के प्रयास के तहत भरोसा दिया कि यदि छह अप्रैल को होने वाले मतदान के बाद उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो पुडुचेरी को ‘‘भारत का रत्न बनाया जाएगा और दुनियाभर में इसका प्रचार होगा।’’

शाह ने नारायणसामी पर दिल्ली में गांधी परिवार की सेवा पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और ‘‘कट मनी’’ पहुंचाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘‘इतने सारे नेता (कांग्रेस के) पुडुचेरी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस, न केवल पुडुचेरी में बल्कि देशभर में वंशवाद और परिवारवाद के कारण सिकुड़ रही है।’’

शाह ने कहा कि इतने सालों में केंद्र ने पुडुचेरी को करीब 15,000 करोड़ रुपये दिए।

उन्होंने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए 15,000 करोड़ रुपये कहां गए? नारायणसामी ने उसमें से ‘कट मनी’ निकाली और दिल्ली में गांधी परिवार की सेवा में दे दी।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए निर्धारित राशि भी नहीं छोड़ी गई।

भाषा यश अमित

अमित