कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पांचवीं एवं छठी इकाई का निर्माण शुरू

कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पांचवीं एवं छठी इकाई का निर्माण शुरू

कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की पांचवीं एवं छठी इकाई का निर्माण शुरू
Modified Date: November 29, 2022 / 08:21 pm IST
Published Date: June 29, 2021 1:31 pm IST

नयी दिल्ली/चेन्नई, 29 जून (भाषा) न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल)ने कहा कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र (केकेएनपीपी) की इकाई पांच और छह के लिए निर्माण कार्य मंगलवार को रिएक्टर भवन की आधारशिला में कंक्रीट डालने के साथ शुरू हुआ। एनपीसीआईएल ने कहा कि यह देश की परमाणु ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

रूस के रोसातोम और परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) का सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम एनपीसीआईएल चेन्नई से लगभग 625 किलोमीटर दूर कुडनकुलम में 1,000-1,000 मेगावाट के छह बिजली रिएक्टर बना रहे हैं।

इसकी इकाई एक और इकाई दो संचालन में हैं जबकि इकाई तीन और चार निर्माणाधीन हैं और वर्तमान में लगभग 50 प्रतिशत कार्य पूरा चुका है।

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एनपीसीआईएल ने एक बयान में कहा कि इकाई पांच और छह का निर्माण 2026-2027 तक पूरा होना है।

उसने कहा, ‘‘कुडनकुलम में यूनिट पांच और छह का निर्माण आज पहली बार कंक्रीट डाले जाने के साथ शुरू हुआ। परमाणु ऊर्जा परियोजना में पहली बार कंक्रीट डाला जाना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होता जिसे परियोजना की शुरुआत तिथि के रूप में माना जाता है।’’

रिएक्टर के निर्माण के लिए काम करने वाली सरकारी रूसी कंपनी रोसातोम ने एक अलग बयान में कहा, ‘‘29 जून को एक आधिकारिक समारोह आयोजित किया गया जो कुडनकुलम एनपीपी यूनिट 5 (भारत गणराज्य) के लिए रिएक्टर भवन की नींव प्लेट में पहली बार कंक्रीट डालने के लिए समर्पित था।’’

उसने कहा, ‘‘महामारी के चलते पाबंदियों के कारण समारोह वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित किया गया।’’

इस समारोह में परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष वी एन व्यास, एनपीसीआईएल, डीएई और रोसातोम के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

भारत और रूस के बीच यूनिट 3 और 4 के निर्माण के लिए जनरल फ्रेमवर्क एग्रीमेंट (जीएफए) पर 10 अप्रैल 2014 को हस्ताक्षर किए गए थे। यूनिट 5 और 6 के निर्माण पर दोनों देशों के बीच बातचीत इस समझौते पर पहुंची कि इन इकाइयों का निर्माण यूनिट 3, 4 के लिए निर्धारित डिजाइन के अनुपालन में किया जाएगा।

भाषा अमित माधव

माधव


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