Controversial statement of Mulayam Singh Yadav: मुलायम सिंह यादव को कौन नहीं जानता? सरकार में कोई भी पार्टी हो लेकिन मुलायम सिंह की सबसे बनती थी। हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा नेता मुलायम सिंह यादव के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की थी, कुछ दिनों पहले स्वम रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तबीयत का जायजा लेने मुलायम सिंह के पास पहुंचे थे। लेकिन आज बड़ी दुख की घड़ी है। आज सपा नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव इस जहां को अलविदा कह गए। एक नेता के तौर पर उनकी अनेकों भाषण और कदम जनता में पापुलर हैं लेकिन हम आपको उन 5 भाषण और कदमों के बारे में बताने वाले हैं। जो जनता में अक्रोश का विषय बना, साथ ही साथ बड़े विवाद को खड़ा किया।
‘लड़के हैं, गलती हो जाती है’ जब कहा था
Controversial statement of Mulayam Singh Yadav आपने कुछ साल पहले मुलायम सिंहव यादव के एक विवादित भाषण के बारे में सुना होगा जिस पर खूब राजनीतिक बयान बाजी हुई थी। मामला रेप के आरोपियों को फांसी देने का था। आपको बता दें कि, जब मुराबाद में आयोजित रैली में मुलायम सिंह यादव में रेप के आरोपियों को फांसी की सजा देना गलत बताते हुए कहा था कि, लड़के हैं लड़कों से गलतियां हो जाती है। रेप में मामले में फांसी देना सही नहीं होगा। जिसके बाद ने उन्होने आगे कहा था कि कभी कभी ऐसा होता है कि लड़कों को फसाने के लिए उन पर झूठे आरोप लगा दिए जाते हैं। ऐसे में फांसी देना उचित नहीं होगा, ऐसे कानून में बदलाव होना चाहिए। जिसके बाद खूब बयान बाजी हुई थी।
Read More: पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के निधन से सियासी गलियारों में शोक की लहर, पीएम मोदी सहित इन नेताओं ने जताया शोक
वोट बैंक के लिए लड़कियों का होना जरूरी जब कहा था
Controversial statement of Mulayam Singh Yadav सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव पर ये भी आरोप है कि वो वोट बैंक की राजनीति के लिए महिला कार्यकर्ताओं का गलत उपयोग करते हैं। काफी समय पहले उनका एक और बयान चर्चा में था। जिसमें कहा गया कि पार्टी में ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को शामिल करों, इससे ज्यादा वोट मिलेंगे। यह प्रयोग हम पहले भी कर चुके हैं। जिसके बाद खूद राजनीतिक बयान बाजी हुई।
Read More: पहले पहलवानी, फिर शिक्षक और उसके बाद नेतागिरी ! जानें कैसे बने मुलायम सिंह यादव ‘नेताजी’
कारसेवकों पर चलवा दी थी गोली
Controversial statement of Mulayam Singh Yadav आपको ये खबर बखूबी याद होगी, जिसमें अयोध्या में कारसेवा के लिए हजारों रामभक्त जमा हुए थे। उस समय मुलायम सिंह मुख्यमंत्री थे। घटना से तिलमिलाए मुलायम सिंह यादव ने शख्ती दिखाते हुए बड़े कदम उठाए थे। राममंदिर की ओर बढ़ती जनता पर लाठी चार्ज करवाई थी। जिसके बाद मुलायम सिंह यादव के आदेश पर ही फायर खोल दिया गया था। जिसमें कई कारसेवको की जान भी चली गई थी। मामला 30 अक्टूबर 1990 का था। जिसके बाद से दूसरे वर्ष सपा की सरकार प्रदेश में बुरी तरह धूल चाटी थी।
हत्याओं का आरोप जब लगा था
Controversial statement of Mulayam Singh Yadav देश के पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह का मानना था कि मुलायम सिंह डकैती और हत्या जैसे अपराधों में भी शामिल थे। उन्होंने फूलन देवी सहित तमाम डकैतों को संरक्षण दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने तो यहां तक दावा किया था कि वह डकैतों से हिस्सा भी लेते थे। इसके बाद एक अखबार में भी मुलायम सिंह यादव के बारे में खबर भी छपी थी, जिसमें उनके खिलाफ हत्या और डकैती के करीब 32 मामलों की डिटेल दी गई थी। इस खबर के चलते अगले लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह का सांसद का टिकट भी काट दिया गया था।
Read More: गौठान में 35 से ज्यादा गायों की मौत, गांव में फैली बदबू
एक लड़की के साथ चार नहीं कर सकते दुष्कर्म
मुलायम सिंह यादव का रेप विवाद पर ही एक और बयान सामने आया था। जिसमें उन्होने कहा था कि, रेपिस्ट केवल एक हो सकता है चार नहीं, जब एक व्यक्ति ने रेप किया हो तो चार लोगो के नाम पर क्यूं एफआईआर दर्ज कराई जाती हैं। आपको बता दें कि इसके बाद मुलायम सिंह यादव की खूब निंहा हुई थी।