नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) दो अगस्त से स्नातक पाठ्यक्रमों में 65 हजार सीटों पर प्रवेश की खातिर पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करेगा और पहली कट-ऑफ सूची की घोषणा सात से दस सितंबर के बीच हो सकती है। यह जानकारी शनिवार को कार्यवाहक कुलपति पी. सी. जोशी ने दी।
उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों में 20 हजार सीटों पर प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 26 जुलाई से शुरू होगी। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण की अंतिम तारीख 21 अगस्त और स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 31 अगस्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘नामांकन प्रक्रिया बाधारहित बनाने के लिए जल्द ही केवल नामांकन के लिए पोर्टल शुरू किया जाएगा। इससे छात्रों को फॉर्म भरने, शुल्क भुगतान करने और सभी ब्योरे की जांच करने में सहूलियत होगी।’’
कोरोना वायरस के कारण इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कहा था कि वह दसवीं, 11वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाओं के आधार पर अंक निर्धारण के लिए 30:30:40 का फॉर्मूला अपनाएगा।
नामांकन प्रक्रिया के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा, ‘‘हमें सीबीएसई की अंक निर्धारण की प्रक्रिया पर विश्वास है और हम उसका सम्मान करेंगे। कट-ऑफ तैयार करने के तौर-तरीकों को लेकर हम अपने कॉलेजों के संपर्क में हैं। कट-ऑफ तारीखों के सिलसिले में जल्द ही एक कैलेंडर भी जारी किया जाएगा।’’
पिछले कुछ वर्षों से विश्वविद्यालय के कट-ऑफ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और कुछ कॉलेजों में पिछले वर्ष सौ फीसदी तक कट-ऑफ गया था। लेडी श्री राम कॉलेज ने पिछले वर्ष कुछ पाठ्यक्रमों के लिए सौ फीसदी कट-ऑफ सूची जारी की थी।
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि खेल कोटा में नामांकन पिछले वर्ष की तरह प्रमाण पत्रों के आधार पर होगा।
जोशी ने कहा, ‘‘हमने अपनी शिक्षा समिति की एक गहन बैठक की है और अब इस शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश की तारीखें लेकर आए हैं।’’ उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी। जोशी ने कहा कि एम.फिल और पीएचडी के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 26 जुलाई से शुरू होगी और अंतिम तारीख 21 अगस्त होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन पिछले वर्ष की भांति योग्यता के आधार पर होगा। उम्मीदवारों के पात्रता मानदंड में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह नामांकन प्रक्रिया इस वर्ष भी पूरी तरह ऑनलाइन होगी और इसे सुचारू करने का प्रयास किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने यह भी तय किया है कि योग्यता आधारित और प्रवेश परीक्षा आधारित पंजीकरण शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
विश्वविद्यालय ने बताया कि पहला कट-ऑफ सितंबर के पहले हफ्ते में जारी किया जाएगा और शैक्षणिक सत्र अक्टूबर के दूसरे हफ्ते तक शुरू हो जाएगा।
नामांकन प्रक्रिया के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा, ‘‘हम सात से दस सितंबर के बीच पहला कट-ऑफ जारी करने की उम्मीद करते हैं। नामांकन प्रक्रिया सितंबर तक पूरी होने की संभावना है। हमें एक अक्टूबर से नए शैक्षणिक सत्र के शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन अगर प्रक्रिया में ज्यादा वक्त लगता है तो हम इसे अधिकतम इस साल 18 अक्टूबर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं।’’
दिल्ली विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र पिछले साल 18 अक्टूबर से शुरू हुआ था। विश्वविद्यालय ने बाद में दिन में बयान जारी कर कहा कि केंद्रीकृत स्नातक नामांकन एक ही पंजीकरण सह आवेदन फॉर्म के माध्यम से होगा।
विश्वविद्यालय ने बयान जारी कर कहा, ‘‘सभी विभाग और कॉलेज एक ही पंजीकरण सह आवेदन फॉर्म का इस्तेमाल नामांकन के लिए करेंगे और उम्मीदवारों को कोई दूसरा फॉर्म नहीं भरना होगा।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए उम्मीदवारों को एक पंजीकरण फॉर्म भरना होगा लेकिन एक से अधिक पाठ्यक्रम का चुनाव करने पर उन्हें अलग-अलग पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना होगा।’’
इसके मुताबिक, एम. फिल या पीएचडी के लिए आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों को साझा पंजीकरण फॉर्म भरना होगा। इसने कहा कि किसी भी हालत में पंजीकरण शुल्क वापस नहीं किया जाएगा। नामांकन प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों के सहयोग के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय वेबिनार का भी आयोजन करेगा।
भाषा नीरज नीरज दिलीप
दिलीप