दिल्ली की प्रदूषण पूर्वानुमान प्रणाली पुराने आंकड़ों के कारण पीएम 2.5 का स्तर कम बता रही

दिल्ली की प्रदूषण पूर्वानुमान प्रणाली पुराने आंकड़ों के कारण पीएम 2.5 का स्तर कम बता रही

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  • Publish Date - October 8, 2025 / 09:49 PM IST,
    Updated On - October 8, 2025 / 09:49 PM IST

नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) दिल्ली की वायु प्रदूषण पूर्वानुमान प्रणाली पुराने उत्सर्जन आंकड़ों के कारण राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषक पीएम 2.5 के स्तर का 30 से 35 प्रतिशत कम अनुमान लगाती है। शोधकर्ताओं ने बुधवार को यह जानकारी दी।

ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के कार्यक्रम प्रमुख मोहम्मद रफीउद्दीन ने कहा कि शहर की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (एक्यूईडब्ल्यूएस) सूक्ष्म कण पदार्थों की सांद्रता का अनुमान लगाने में ‘‘लगभग 30 से 35 प्रतिशत त्रुटि दिखा रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यदि वास्तविक पीएम2.5 का स्तर 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है, तो यह प्रणाली इसे लगभग 65 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर बताती है। इसलिए, यह पीएम2.5 के स्तर का सही अनुमान नहीं लगा पा रही है।’’

रफीउद्दीन ने कहा, ‘‘एक प्रमुख कारण यह है कि यह प्रणाली पुराने उत्सर्जन आंकड़ों पर निर्भर करती है। राष्ट्रीय स्तर पर, उत्सर्जन सूची 2016 से अद्यतन नहीं की गई है। दिल्ली के लिए, इसे अंतिम बार 2021 में संशोधित किया गया था।’’

सीईईडब्ल्यू के शोधकर्ताओं ने अमेरिका और चीन द्वारा अपनी सूचियों को अद्यतन करने के तरीके से प्रेरणा लेते हुए, नियमित रूप से अद्यतन के प्रावधान के साथ राष्ट्रीय स्तर की एक नई उत्सर्जन सूची विकसित करने की सिफारिश की है।

रफीउद्दीन ने कहा, ‘‘हर दो से तीन साल में उत्सर्जन सूची को अद्यतन करने के लिए एक ढांचा होना चाहिए। पूर्वानुमान की सटीकता में सुधार के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए सूची को उन्नत करने पर तत्काल ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि उत्सर्जन डेटाबेस को अद्यतन करने से जवाबदेही भी बढ़ेगी।

भाषा शफीक माधव

माधव