हैदराबाद/श्रीनगर/चंडीगढ़/अहमदाबाद, 25 अप्रैल (भाषा) पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों को निशाना बनाकर किये गए आतंकी हमले को लेकर देशभर में आक्रोश और विरोध प्रदर्शनों के बीच कई राज्यों ने केंद्र से पाकिस्तान और आतंकवादियों को सख्त सबक सिखाने के लिये निर्णायक कदम उठाने की मांग की।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पाकिस्तान और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया फिर चाहे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भारत में विलय करना ही क्यों न हो।
आतंकवादी हमले के विरोध में हैदराबाद में मोमबत्ती जुलूस का नेतृत्व करने वाले रेड्डी ने कहा कि केंद्र को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने की जरूरत है।
उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1971 में बांग्लादेश के निर्माण को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना देवी दुर्गा से की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (प्रधानमंत्री मोदी) दुर्गा माता को याद रखें। कार्रवाई करें, चाहे वह पाकिस्तान पर हमला हो या कोई और कदम। आज पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाए जाने चाहिए। यह समझौता करने का समय नहीं है। मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। आगे बढ़िए हम आपके साथ खड़े होंगे। 140 करोड़ भारतीय आपके साथ हैं।’’
रेड्डी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दीजिए। पीओके को भारत में मिला दीजिए। हम आपके साथ है, आप दुर्गा माता के भक्त हो। इंदिरा जी को याद कीजिए।’
इस बीच पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध में राज्य में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि पहलगाम हमले के बाद घाटी में सामूहिक आक्रोश और एकता उन लोगों को एक शक्तिशाली संदेश देती है जो भय फैलाना चाहते हैं और विभाजन करना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा, ‘हम सामूहिक रूप से पहलगाम आतंकी घटना की निंदा करते हैं, 26 निर्दोष लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं।’
यहां एसकेआईसीसी में कश्मीर के पर्यटन, यात्रा और व्यापार क्षेत्रों के हितधारकों के साथ एक बैठक के दौरान अब्दुल्ला ने कहा, ‘पर्यटन मंत्री होने के नाते, मेरे लिए उनके परिवारों से मिलना बेहद मुश्किल था। मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं थे।’
पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित किया जाना, पाकिस्तान के नागरिकों को शीघ्र देश छोड़ने के निर्देश जैसे कदम शामिल है।
केंद्र के निर्देशों पर अमल करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़ने की निर्धारित समय सीमा से आगे राज्य में न रहे। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
एक बयान में कहा गया कि शुक्रवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हरियाणा सिविल सचिवालय में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में सैनी ने आतंकवादी हमले की निंदा की और इससे संबंधित कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार केंद्र के आदेश का कड़ाई से अनुपालन कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़ने के लिए निर्धारित समय सीमा से अधिक समय तक भारत में न रहे।
उधर गुजरात सरकार ने कहा कि वह पहलगाम आतंकी हमले के बाद वहां फंसे राज्य के पर्यटकों के संबंध में जम्मू-कश्मीर प्रशासन के संपर्क में है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने अब तक लगभग 275 गुजराती लोगों से संपर्क स्थापित किया है, जिनमें से 76 ने श्रीनगर और जम्मू से लौटने की इच्छा व्यक्त की है।
भाषा शोभना प्रशांत
प्रशांत