(Stock Market 31 December 2025/ Image Credit: ANI News)
नई दिल्ली: Stock Market 31 December 2025: आज 31 दिसंबर 2025 को साल के अंतिम कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में सुस्त शुरुआत के संकेत मिल रहे हैं। सेंसेक्स और निफ्टी 50 के सीमित दायरे में खुलने की संभावना है। नए साल की पूर्व संध्या पर जापान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड जैसे कई एशियाई बाजार बंद हैं, जिससे वैश्विक गतिविधियां कम दिख रही हैं।
गिफ्ट निफ्टी भारतीय बाजार के लिए हल्का सकारात्मक संकेत दे रहा है। यह 26,127 के आसपास कारोबार करता दिखा, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद स्तर से करीब 24 अंक या 0.09 प्रतिशत ऊपर है। इससे शुरुआती कारोबार में सीमित मजबूती की उम्मीद बनती है।
मंगलवार, 30 दिसंबर को घरेलू शेयर बाजार लगभग स्थिर बंद हुए। ताजा घरेलू संकेतों की कमी और मिले-जुले वैश्विक रुख के कारण निवेशक सतर्क रहे। सेंसेक्स मामूली गिरावट के साथ 84,675.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 भी हल्की कमजोरी के साथ 25,938.85 पर बंद हुआ।
एशियाई शेयर बाजार इस साल मजबूत वार्षिक प्रदर्शन की ओर बढ़े हैं। अमेरिकी फेड की ब्याज दर कटौती और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी कंपनियों में उत्साह ने बाजारों को सपोर्ट किया। हालांकि साल के आखिरी सत्रों में कुछ बाजारों में हल्की कमजोरी भी देखी गई।
वॉल स्ट्रीट पर मंगलवार को हल्की गिरावट दर्ज की गई। साल के अंत के करीब पहुंचने के कारण बड़े निवेशकों ने अपनी पोजीशन कम की, जिससे कारोबार का वॉल्यूम घटा। इसके बावजूद, प्रमुख अमेरिकी सूचकांक 2025 में दोहरे अंकों की उछाल की ओर अग्रसर हैं।
अमेरिकी डॉलर में हल्की मजबूती देखने को मिली, हालांकि पूरे साल के लिहाज से इसका प्रदर्शन कमजोर रहा है। वहीं सोना और चांदी में बुधवार को गिरावट दर्ज की गई, लेकिन 2025 में दोनों धातुओं ने ऐतिहासिक तेजी दिखाई है और सालाना आधार पर रिकॉर्ड बढ़त की ओर हैं।
कच्चे तेल की कीमतें 2020 के बाद की सबसे बड़ी सालाना गिरावट की दिशा में हैं। अधिक आपूर्ति और मांग में सुस्ती के कारण कीमतों पर दबाव बना हुआ है। डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट क्रूड दोनों में साल भर कमजोरी रही, जिसने ऊर्जा बाजार के नए साल के रुख को लेकर चिंता बढ़ाई है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।