तिरुवनंतपुरम, 16 दिसंबर (भाषा) केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष रसूल पूकुट्टी ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आईएफएफके में एक दर्जन से अधिक फिल्मों के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दिए जाने के बावजूद इन्हें दिखाने का निर्णय लिया गया है।
केरल अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफके) यहां 12 से 19 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है।
रसूल पूकुट्टी ने एक वीडियो संदेश में कहा, ”आईएफ़एफ़के में फ़िल्मों के प्रदर्शन को लेकर उठे तमाम विवादों पर विराम लगाते हुए मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि केरल सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार फ़िल्मों के सभी निर्धारित शो तय कार्यक्रम के मुताबिक़ आयोजित किए जाएंगे। सिनेमा जिंदाबाद।”
सूत्रों के अनुसार, ” केरल की वाम सरकार द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बचाव करने का फैसला लिए जाने के बाद अकादमी ने यह निर्णय लिया है। लगभग 15 फ़िल्मों को दिखाने के लिए आधिकारिक सेंसर छूट प्राप्त करने में देरी हुई थी। इन फिल्मों में कुछ फ़िल्में फिलस्तीन संघर्ष से संबंधित हैं और सर्गेई आइज़ेनस्टीन की 100 साल पुरानी क्लासिक फ़िल्म बैटलशिप पोटेम्किन भी शामिल है।”
इससे पहले केंद्र सरकार से प्रदर्शन की मंजूरी का इंतजार कर रही 19 फिल्मों में से चार को आधिकारिक सेंसरशिप से छूट मिल गई।
उन्होंने बताया कि आईएफएफके के 30वें संस्करण में इन फिल्मों को प्रदर्शित करने की अनुमति प्राप्त करने के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ वार्ता की गई थी।
भाषा तान्या पवनेश
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