रामनगर (कर्नाटक), तीन अप्रैल (भाषा) जनता दल(सेक्यूलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हासन सीट से पार्टी उम्मीदवार के चयन को लेकर उनके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।
कुमारस्वामी ने कहा कि इस पर अंतिम फैसला उनके पिता और पार्टी के वरिष्ठ नेता एच डी देवेगौड़ा लेंगे।
हासन सीट विवाद का विषय बन गई है, क्योंकि देवेगौड़ा की बहू भवानी रेवन्ना ने खुद को इस सीट से जनता दल (सेक्यूलर) का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की है।
वहीं, उनके देवर कुमारस्वामी का लगातार कहना है कि हासन सीट से भवानी को उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा और इसके बजाए यह मौका एक ‘‘निष्ठावान पार्टी कार्यकर्ता’’ को दिया जाएगा।
हासन जिला पंचायत की पूर्व सदस्य भवानी रेवन्ना कुमारस्वामी के बड़े भाई और पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना की पत्नी हैं। भवानी रेवन्ना के पति और उनके दो बेटे प्रज्वल और सूरज रेवन्ना उनकी उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं।
इस मुद्दे को लेकर परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव होने की आशंका बढ़ गयी है। पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा वृद्धावस्था के कारण होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की वजह से कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर हैं। देवेगौड़ा ने हासन सीट को लेकर रविवार को अपने दोनों बेटों और भवानी के साथ चर्चा की थी। बहरहाल, ऐसा प्रतीत होता है कि इसे लेकर गतिरोध अब भी बना हुआ है।
कुमारस्वामी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ पिछली रात की बैठक में हासन सीट को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा हुई है…. इसे तय किया जाएगा। देवेगौड़ा आज दिल्ली गए हैं, वह लौटने के बाद ही अंतिम फैसला करेंगे। जैसा कि मैंने पहले ही कहा है, हासन मुद्दे पर मेरे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है, देवेगौड़ा के लौटने के बाद, इस पर फैसला हो जाएगा। ’’
उन्होंने कहा कि देवेगौड़ा जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय पर विचार करने के बाद ही अंतिम फैसला लेंगे।
कुमारस्वामी हासन जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक दिवंगत एच एस प्रकाश के बेटे एच पी स्वरूप को हासन सीट से चुनावी मैदान में उतारने के इच्छुक हैं। स्वरूप अपने समर्थकों के साथ गांवों का लगातार दौरा कर रहे हैं।
हासन देवेगौड़ा का गृह जिला है और पार्टी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में जिले की सात में से छह सीटों पर जीत हासिल की थी।
भाषा रवि कांत मनीषा
मनीषा