पाकिस्तान से संबंध के आरोपों के समर्थन में सबूत न दे पाना मुख्यमंत्री शर्मा की कमजोरी: गोगोई

पाकिस्तान से संबंध के आरोपों के समर्थन में सबूत न दे पाना मुख्यमंत्री शर्मा की कमजोरी: गोगोई

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  • Publish Date - May 24, 2025 / 05:46 PM IST,
    Updated On - May 24, 2025 / 05:46 PM IST

गुवाहाटी, 24 मई (भाषा) कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने शनिवार को दावा किया कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत ‍विश्व शर्मा का इन आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करने में नाकाम रहना उनकी ‘कमजोरी’ है कि उनके (गोगोई) ‘‘पाकिस्तान के साथ संबंध हैं।’’

गोगोई ने पड़ोसी देश की कथित यात्राओं पर किसी प्रकार का स्पष्टीकरण जारी करने से बचते हुए कहा कि लोगों को धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि मुक्केबाजी के मुकाबले में ‘नॉकआउट पंच’ अंत में दिया जाता है।

गोगोई ने अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र जोरहाट के माजुली इलाके में संवाददाताओं से कहा, “यह (राजनीति में) कोई नयी बात नहीं है, जब भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ ने मेरे खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, लेकिन जब किसी राज्य का मुख्यमंत्री कुछ कहता है, तो हम उसके सबूत देने का इंतजार करते हैं। आईटी प्रकोष्ठ के पोस्ट और मुख्यमंत्री की टिप्पणियों में कुछ अंतर होना चाहिए।”

मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई पर आरोप लगाते रहे हैं कि उनके और उनकी ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं।

गोगोई ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर शनिवार को कहा, “पहले दिन से ही हम सबूत मांग रहे हैं। सबूत न दे पाना उनकी कमजोरी है।”

कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि आरोपों का समर्थन करने के लिए सबूत देने में देरी से शर्मा में ‘‘लोगों का भरोसा खत्म हो जाएगा।’’

शर्मा ने हाल ही में कहा था कि 10 सितंबर तक सभी सबूत जनता के सामने पेश कर दिए जाएंगे, जिसके बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, “क्या यह कोई फिल्म है, जिसकी रिलीज की तारीख पहले से तय है? क्या हम ‘सिंघम 1’ या ‘सिंघम 2’ देख रहे हैं? ”

गोगोई ने अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में पूछे जाने पर सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, “नॉकआउट पंच (मुक्केबाजी के मैच में) अंत में दिया जाता है। सभी को धैर्य रखना होगा।”

मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया था कि गोगोई ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निमंत्रण पर पड़ोसी देश का दौरा किया था, वहां प्रशिक्षण लिया था और खुफिया एजेंसी की स्थापना के लिए मिलकर काम किया था।

गोगोई ने पाकिस्तान की उनकी यात्रा पर शर्मा की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा था कि भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी पहले पड़ोसी देश का दौरा कर चुके हैं।

भाषा जितेंद्र पारुल

पारुल