Farmers Protest News: खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान की मौत, डल्लेवाल की हालत गंभीर

Farmers Protest News: किसान आंदोलन के बीच रविवार को एक और किसान की मौत हो गई। मृतक किसान की पहचान 80 साल के जग्गा सिंह के रूप में हुई है।

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  • Publish Date - January 12, 2025 / 08:39 PM IST,
    Updated On - January 12, 2025 / 08:41 PM IST

Tamil Nadu Factory Blast | Photo Credit: IBC24 File

नई दिल्ली : Farmers Protest News: खनौरी बॉर्डर पर लंबे समय से किसानों का आंदोलन जारी है। लंबे समय से जारी इस आंदोलन के बीच रविवार को एक और किसान की मौत हो गई। मृतक किसान की पहचान 80 साल के जग्गा सिंह के रूप में हुई है। जग्गा सिंह फरीदकोट जिले के गोदारा गांव का रहने वाले थे। जग्गा सिंह को खनौरी बॉर्डर पर अधरंग का दौरा पड़ा था। उन्हें पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल दाखिल कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई है।

बता दें कि, जग्गा सिंह 10 महीनों से खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन में डटे हुए थे। किसान संगठनों ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन में कई किसानों की मौत हो चुकी है मगर सरकार कोई सुनवाई नहीं कर रही है। जग्गा सिंह के पांच बेटे और एक बेटी है। किसान जग्गा सिंह के शव को आज खनौरी मोर्चे में लाया गया, जहां किसानों ने उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की। कल उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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तीन हफ़्तों में तीन किसानों की मौत

Farmers Protest News:  इससे पहले 9 जनवरी को तरनतारन जिले के पाहुविंड गांव के 55 वर्षीय किसान रेशम सिंह ने शंभू बॉर्डर पर सल्फास खाकर जान दे दी थी। रेशम सिंह को पटियाला के राजिंद्र अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। तीन सप्ताह के भीतर खनौरी बॉर्डर पर यह दूसरी आत्महत्या थी। इससे पहले दिल्ली कूच कर रहे किसानों के दल में शामिल एक किसान ने भी जहर खाकर जान दी थी। आज जग्गा सिंह की मौत हुई। ऐसे में तीन हफ्ते में यहां तीन किसान अपनी जिंदगी खो चुके हैं। वहीं, किसान आंदोलन में अब तक 36 किसान दम तोड़ चुके हैं।

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किसान नेता डल्लेवाल की हालत नाजुक

Farmers Protest News:  वहीं दूसरी तरफ फसलों पर एमएसपी की गारंटी कानून समेत अन्य कई मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 47 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनकी भी हालत भी नाजुक बनी हुई है। किसान नेताओं ने आज उनकी मेडिकल रिपोर्ट जारी की है। डॉक्टर्स ने उनकी सेहत को लेकर ज्यादा चिंता जाहिर की है। मेडिकल रिपोर्ट में उनका कीटोन बॉडी रिजल्ट 6.53 आया है, जो 0.02-0.27 के बीच होना चाहिए। उनका यूरिक एसिड 11.64 है, जो साधारण हालात में 3.50-7.20 के बीच होना चाहिए। बिलरुबिन डायरेक्ट 0.69 है, जो 0.20 से कम होना चाहिए। डल्लेवाल के शरीर में प्रोटीन, सोडियम, पोटाशियम व क्लोराइड की भी भारी कमी हो गई है।

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किसान आंदोलन में किसान की मौत क्यों हो रही है?

किसान आंदोलन में किसान की मौत के कई कारण हो सकते हैं, जैसे स्वास्थ्य समस्याएँ, मानसिक दबाव, और आंदोलन के दौरान कठिनाइयाँ। जैसे कि हाल ही में खनौरी बॉर्डर पर 80 साल के किसान जग्गा सिंह की मौत हो गई।

क्या किसान आंदोलन में किसानों को मुआवजा मिलता है?

हां, किसान संगठन पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजा की मांग कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, जग्गा सिंह के मामले में किसान संगठनों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

क्या आंदोलन में किसी और किसान की मौत हुई है?

हाँ, हाल ही में तीन हफ्तों में तीन किसानों की मौत हो चुकी है, जिसमें पहले रेशम सिंह ने आत्महत्या की और एक अन्य किसान ने भी जान दी थी। किसान आंदोलन में अब तक कुल 36 किसानों की मौत हो चुकी है।

किसान नेता की स्वास्थ्य स्थिति कैसी है?

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 47 दिनों से आमरण अनशन पर हैं और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। हालिया मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, उनके शरीर में पोषक तत्वों की भारी कमी है।

किसान आंदोलन किस लिए हो रहा है?

यह आंदोलन मुख्यतः फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और अन्य कृषि सुधारों की मांग के लिए किया जा रहा है। किसान सरकारी नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, जिससे उनकी जीवन स्थिति में सुधार हो सके।