गणतंत्र दिवस पर ऐसी ऐतिहासिक होगी ‘किसान परेड’, जैसी इस देश ने कभी नहीं देखीः किसान नेता योगेंद्र यादव

गणतंत्र दिवस पर ऐसी ऐतिहासिक होगी 'किसान परेड', जैसी इस देश ने कभी नहीं देखीः किसान नेता योगेंद्र यादव

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  • Publish Date - January 23, 2021 / 02:38 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

नई दिल्लीः मोदी सरकार के कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले लगभग दो महीने से लगातार जारी है। ठंड और बेमौसम बरसात में भी किसानों का जत्था दिल्ली की सीमा पर डटा हुआ है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि दिल्ली पुलिस ने किसानों को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के लिए अनुमति दे दी है। बताया जा रहा है कि किसान संगठनों आैंर दिल्ली पुलिस के बीच आज बैठक हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने किसानों को रैली की अनुमति दे दी है।

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ट्रैक्टर परेड की अनुमति मिलने के बाद किसान नेता योगेंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि 26 जनवरी को किसान इस देश में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड करेगा। पांच दौर की वार्ता के बाद ये सारी बातें कबूल हो गई हैं। सारे बैरिकेड खुलेंगे, हम दिल्ली के अंदर जाएंगे और मार्च करेंगे। रूट के बारे में मोटे तौर पर सहमति बन गई है।

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26 जनवरी को हम अपने दिल की भावना व्यक्त करने अपनी राजधानी के अंदर जाएंगे। एक ऐसी ऐतिहासिक किसान परेड होगी जैसी इस देश ने कभी नहीं देखी। यह शांतिपूर्वक होगी और इस देश के गणतंत्र दिवस परेड पर या इस देश की सुरक्षा आन-बान-शान पर कोई छींटा नहीं पड़ेगा।

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ज्ञात हो कि कल भी सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि नए कृषि कानूनों में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। कानूनों को 18 महीने तक टालने के अलावा इससे बेहतर विकल्प और कुछ नहीं दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपनी तरफ से बेहतर प्रस्ताव दिया था, अगर किसानों के पास इससे अच्छा कोई प्रस्ताव है तो उसे लेकर आएं। सरकार की तरफ से कहा गया कि 1.5 साल की जगह 2 साल तक कृषि क़ानूनों को स्थगित करके चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कहा अगर इस प्रस्ताव पर किसान तैयार हैं तो कल फिर से बात की जा सकती है, कोई अन्य प्रस्ताव सरकार ने नहीं दिया।

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