नहीं देखा होगा ऐसा जुनून..! जश्न-ए-आजादी के बीच यहां खूब बजी शहनाइयां, तीन दशकों बाद बदली फिजा में निकाह और दावतों का दौर

Weddings and feasts abound in Kashmir on Independence Day पहली बार कश्मीर घाटी में निकाह, वलीमा और अन्य पारिवारिक समारोहों का दौर चल पड़ा है।

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  • Publish Date - August 16, 2023 / 12:02 PM IST,
    Updated On - August 16, 2023 / 12:02 PM IST

Weddings and feasts abound in Kashmir on Independence Day

Weddings and feasts abound in Kashmir on Independence Day : कश्मीर। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर श्रीनगर का लाल चौक तिरंगों से पटा रहा। कश्मीर से धारा 370 हटने के चार साल बाद कश्मीरी राष्ट्रीय ध्वज लहराते रहे। श्रीनगर के उस घंटाघर पर भी तिरंगा आन बान शान से लहराया, जहां आतंकवादी कभी पाकिस्तानी झंडा लगाने की ख्वाहिश रखते थे। श्रीनगर के बक्शी स्टेडियम में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में कश्मीरी उत्साह से शामिल हुए, जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने झंडा फहराया। ऐसा पहली बार हुआ जब लोग लाइन लगकर स्टेडियम में गए। उनमें काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

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वहीं अब तक कश्मीर घाटी में कोई भी परिवार 15 अगस्त के करीब शादी आयोजित करने की कल्पना भी नहीं करता था क्योंकि 1990 से इस तारीख को अलगाववादी कैलेंडर में काले दिन के रूप में चिह्नित किया गया था लेकिन तीन दशकों के संघर्ष में पहली बार कश्मीर घाटी में निकाह, वलीमा और अन्य पारिवारिक समारोहों का दौर चल पड़ा है।

मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के चारूरा इलाके के सुरसियार के निवासी सज्जाद अहमद डार ने कहा, “चूंकि स्थिति शांतिपूर्ण है, इसलिए हमने चचेरे भाई की शादी की तारीख 14 और 15 अगस्त रखने का फैसला किया और अल्लाह का शुक्र है कि सब कुछ इतनी आसानी से हो गया।” डार ने बताया कि इस दिन उनके इलाके में कम से कम चार विवाह समारोह हुए।

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Weddings and feasts abound in Kashmir on Independence Day : कश्मीर में शांति बहाली और बदली फिजा के बीच 15 अगस्त के आसपास कई लोग अपने परिवार के साथ दिन बिताने के लिए ग्रामीण इलाकों में भी गए। पहलगाम, दूधपथरी और गुलमर्ग जैसे विभिन्न हेल्थ रिसॉर्ट 15 अगस्त (मंगलवार को) लोगों से भर गए। सैन्य नियंत्रण रेखा पर स्थित केरन, जो रहले भयावह स्थानों के लिए कुख्यात था इन दिनों स्थानीय और बाहरी लोगों के लिए एक नया आकर्षण केंद्र बन गया है।

 

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