जयपुर, 23 सितंबर (भाषा) राजस्थान और कांग्रेस की राजनीति को लेकर अटकलों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीन दिन बाद शुक्रवार शाम जयपुर लौट आए हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी जयपुर लौट आए। हालांकि, इस ताजा घटनाक्रम पर किसी की कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आयी है।
गहलोत द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरने की औपचारिक घोषणा के बाद जयपुर में राजनीतिक सुगबुगाहट अचानक तेज हो गई जहां विधानसभा का सत्र चल रहा था। तीन दिन बाहर रहकर गहलोत शुक्रवार शाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ जयपुर लौटे। वे हवाई अड्डे से सीधे मुख्यमंत्री आवास चले गए।
गहलोत बुधवार को दिल्ली गए थे। जहां से वह कोच्चि गए, जहां वह राहुल गांधी से मिले। शुक्रवार को वह महाराष्ट्र में थे। उन्होंने शिरडी में साईं बाबा मंदिर में दर्शन किए व एक अन्य कार्यक्रम में भाग लिया। डोटासरा इस दौरान उनके साथ रहे। उधर कोच्चि गए पायलट भी शुक्रवार जयपुर लौटे और विधानसभा गए। वहां उनके खेमे के माने जाने वाले विधायकों के अलावा भी कई विधायक उनसे मिले। वेद सोलंकी व हरीश मीणा सहित अनेक विधायक विधानसभा परिसर में बैठे नजर आए। पायलट बाद में विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी से भी मिले।
सोशल मीडिया पर लोग गहलोत के आगामी कदम और राज्य के आगामी मुख्यमंत्री को लेकर दिन भर अटकलें लगाते रहे और ट्विटर सहित अन्य मीडिया पर राजस्थान, अशोक गहलोत व सचिन पायलट से जुड़े हैशटैग दिन भर चले।
हालांकि, पार्टी के बड़े नेता या विधायक इस बारे में टिप्पणी करने से बचे।
खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल करेंगे तो राजस्थान के तमाम विधायक उनके समर्थन में वहां जाएंगे क्योंकि वे मुख्यमंत्री और विधायक दल के नेता हैं।
आगामी मुख्यमंत्री के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अगला मुख्यमंत्री वह होगा जिसको आलाकमान चाहेगा। आलाकमान का अपना तरीका है और वह तय करेगा।’’
उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि आलाकमान ने जो फैसला किया है हम उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘गहलोत जब नामांकन करेंगे, अगर उस वक्त विधायकों को दिल्ली जाने के लिए कहा जाएगा तो हम दिल्ली जांएगे।’’
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी हुई है, नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। आवश्कता होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।
भाषा पृथ्वी कुंज रंजन अर्पणा
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