गोवा के मुख्यमंत्री सावंत को नाइट क्लब में आग लगने की घटना पर माफी मांगनी चाहिए: केजरीवाल

गोवा के मुख्यमंत्री सावंत को नाइट क्लब में आग लगने की घटना पर माफी मांगनी चाहिए: केजरीवाल

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  • Publish Date - December 12, 2025 / 09:54 PM IST,
    Updated On - December 12, 2025 / 09:54 PM IST

पणजी, 12 दिसंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को पिछले सप्ताह अरपोरा स्थित नाइट क्लब में लगी आग के लिए लोगों से कम से कम माफी तो मांगनी चाहिए।

नाइट क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी।

आप नेता ने दक्षिण गोवा में एक सार्वजनिक सभा में आरोप लगाया कि ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब के पास आवश्यक अनुमति नहीं थी, फिर भी यह सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने के कारण संचालित हो रहा था।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं प्रमोद सावंत से पूछना चाहता हूं, मुझे एक भी ऐसी गतिविधि बताएं जो (गोवा में) अधिकारियों को रिश्वत दिए बिना होती हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह शायद सबसे भ्रष्ट सरकार है, और मुख्यमंत्री कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं कि अरपोरा घटना के लिए गोवा के लोगों से माफी मांगें तथा सभी प्रतिष्ठानों में सुरक्षा सुनिश्चित करें।’’

केजरीवाल ने कहा कि पहले अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाने वाला यह तटीय राज्य अब ‘‘अपने भ्रष्टाचार और अरपोरा घटना के लिए चर्चा में है’’।

केजरीवाल ने कहा कि जिस नाइट क्लब में 6 दिसंबर को यह त्रासदी घटी, वह कब्जा प्रमाणपत्र, व्यापार लाइसेंस, भवन संबंधी अनुमति और अन्य लाइसेंस के बिना संचालित हो रहा था।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘बिना भवन संबंधी अनुमति के उन्हें बिजली और पानी का कनेक्शन मिल गया। स्थानीय पंचायत ने एक साल पहले इमारत को गिराने का आदेश दिया था, लेकिन फिर भी क्लब चलता रहा क्योंकि वे अधिकारियों को हफ्ता देते थे।’’

उन्होंने कहा कि कोई भी यह विश्वास नहीं कर सकता कि प्रमोद सावंत सरकार इन बातों से अनभिज्ञ थी।

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि घटना के बाद मालिकों-गौरव और सौरभ लूथरा को देश छोड़कर भागने दिया गया।

पंजाब में विकास के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वहां की आम आदमी पार्टी सरकार 43,000 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कर रही है।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं एक इंजीनियर हूं। मैं काम कर सकता हूं। मैं इन लोगों की तरह गंदी राजनीति नहीं कर सकता।’’

भाषा नेत्रपाल रंजन

रंजन