भगवान पर फूटा नाराज भक्त का गुस्सा, मंदिर में घुसकर तोड़ डालीं मूर्तियां, जानें क्या है पूरा मामला

भगवान पर फूटा नाराज भक्त का गुस्सा, मंदिर में घुसकर तोड़ डालीं मूर्तियांः God did not fulfill his wish, then the young man attacked God

भगवान पर फूटा नाराज भक्त का गुस्सा, मंदिर में घुसकर तोड़ डालीं मूर्तियां, जानें क्या है पूरा मामला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 pm IST
Published Date: May 24, 2022 7:41 pm IST

नई दिल्लीः God did not fulfill his wish देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां मन्नत पूरी नहीं होने पर एक युवक का गुस्सा भगवान पर फूट पड़ा। युवक ने मंदिर में लगी देवी-देवताओं की मूर्तियों को छेनी-हथौड़े से खंडित कर दिया। मामले की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

Read more :  गेंहू के बाद अब चीनी का संकट! इन देशों को लग सकता है बड़ा झटका, जानिए क्या है वजह 

God did not fulfill his wish जानकारी के अनुसार, नोएडा के सी-153 सेक्टर-37 थाना बीटा-2 गौतमबुद्धनगर के रहने वाले विनोद उर्फ भूरा के परिवार के कई लोग बीमार है। वह लगातार मंदिर जाकर भगवान से उनके ठीक होने की मन्नत मांग रहा था, लेकिन जब उन्हें आराम नहीं हुआ तो उसने गुस्से में आकर एक मंदिर में लगी देवी-देवताओं की मूर्ति को खंडित कर दिया।

 ⁠

Read more :  फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, इन राज्यों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी 

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा एक धार्मिक स्थल पर देवी-देवताओं की मूर्तियां खंडित कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त छेनी-हथौड़ा भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने उसे सेक्टर 36-37 गोलचक्कर के पास से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही उनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त छेनी-हथौडे़ भी बरामद किया है।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।