सरकार ने स्वास्थ्य केंद्रों व डॉक्टरों को आयुष्मान भारत रजिस्ट्री में सूचीबद्ध होने के लिए कहा

सरकार ने स्वास्थ्य केंद्रों व डॉक्टरों को आयुष्मान भारत रजिस्ट्री में सूचीबद्ध होने के लिए कहा

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  • Publish Date - November 10, 2021 / 07:14 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी सरकारी विभागों और अस्पतालों, प्रयोगशालाओं और फार्मेसी (दवा दुकानों) और उनके डॉक्टरों को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत समर्पित रजिस्ट्री में सूचीबद्ध होने के लिए कहा है।

सभी केंद्रीय विभागों के सचिवों और सभी केंद्रीय अस्पतालों के निदेशकों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को सलाह दी है कि वे स्वास्थ्य/अस्पताल सूचना प्रबंधन प्रणाली (एचएमआईएस) खरीदें और स्थापित करें। इसे अस्पताल सूचना प्रणाली (एचआईएस) के तौर पर जाना जाता है।

पत्र में कहा गया है कि सरकार ने फैसला किया है कि उसके सभी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ( एबीडीएम) का हिस्सा होंगे, जिसकी 27 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर शुरुआत की थी। इसे पहले राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) के रूप में जाना जाता था।

सभी सरकारी केंद्रों (अस्पताल, क्लीनिक, प्रयोगशालाएं, फार्मेसी, रेडियोलॉजी केंद्र, आदि) जहां कोई स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जाती है, उनसे एबीडीएम के तहत स्वास्थ्य सुविधा रजिस्ट्री (एचएफआर) में पंजीकरण करने का अनुरोध किया जाता है।

नौ नवंबर को भेजे पत्र में कहा गया है कि केंद्रों में पूर्णकालिक या अंशकालिक काम करने वाले सभी डॉक्टरों का पंजीकरण एबीडीएम के तहत ‘हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री’ (एचपीआर) पर किया जाना है।

भाषा

नोमान नरेश

नरेश