संभल में जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

संभल में जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

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  • Publish Date - May 22, 2025 / 08:02 PM IST,
    Updated On - May 22, 2025 / 08:02 PM IST

संभल, 22 मई (भाषा) संभल पुलिस और जीएसटी अधिकारियों ने संयुक्त रूप से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है और यहां दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के मुताबिक, गिरोह ने कथित तौर पर फर्जी चालान का इस्तेमाल करके संभल के ईंट भट्टों से ईंटों को उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों तक पहुंचाने के लिए फर्जी कंपनी बनाई थीं।

संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि आरोपियों ने व्यवस्थित कर चोरी को अंजाम देने के लिए संभल कोतवाली क्षेत्र में फर्जी कंपनी बनाई थीं और गिरोह ने पिछले कुछ वर्षों में काशीपुर और उत्तराखंड के अन्य स्थानों में ईंटों की आपूर्ति के लिए कथित तौर पर 2,000 से अधिक ट्रकों का इस्तेमाल किया।

बिश्नोई ने बताया, ‘ये लोग ईंट भट्ठा मालिकों से प्रति ट्रक 1.25 से 1.5 लाख रुपये की ईंटें लेते थे और जीएसटी का भुगतान करने से बचने के लिए 50,000 रुपये से कम के फर्जी बिल बनाते थे।’

अधिकारी के मुताबिक, उन्होंने न केवल उत्पादन पर बल्कि परिवहन और गंतव्य पर डिलीवरी पर भी कर की चोरी की, जिससे तीन स्तरों पर जीएसटी धोखाधड़ी हुई।

पुलिस के अनुसार, इस मामले का मास्टरमाइंड कपिल सिंघल है, जिसका सहयोगी विकास शर्मा मुख्य बिचौलिया है। गिरफ्तार संदिग्धों की पहचान दानिश और जीशान के रूप में हुई है, जो फर्जी बिलिंग और ईंट आपूर्ति संचालन को अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल थे।

बिश्नोई ने कहा, ‘यह गिरोह कथित तौर पर पिछले तीन से चार वर्षों से यह कृत्य कर रहा है।’

उन्होंने कहा, ‘उन्होंने कर चोरी को जारी रखने के लिए अलग-अलग नामों से कई फर्जी कंपनियां बनाई हैं।’

पुलिस ने कहा कि गिरोह के बाकी सदस्यों का पता लगाने के लिए आगे की जांच की जा रही है।

भाषा सं जफर नोमान

नोमान