गुजरात: एम्स राजकोट के पहले बैच के अकादमिक सत्र की शुरुआत

गुजरात: एम्स राजकोट के पहले बैच के अकादमिक सत्र की शुरुआत

गुजरात: एम्स राजकोट के पहले बैच के अकादमिक सत्र की शुरुआत
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: December 21, 2020 12:39 pm IST

अहमदाबाद, 21 दिसंबर (भाषा) गुजरात में के राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पहले बैच का अकादमिक सत्र, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मेडिकल कालेज के अस्थायी परिसर में सोमवार को शुरू हुआ।

एम्स राजकोट के इस पहले बैच में एमबीबीएस के 50 छात्र हैं।

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने डिजिटल माध्यम से पहले अकादमिक सत्र का उद्घाटन किया और इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन तथा केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।

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नयी दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये जुड़े वर्धन ने कहा कि एम्स राजकोट, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के छठे चरण में आता है।

मंत्री ने कहा कि यह 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा जहां चिकित्सा क्षेत्र के कई विशेषज्ञ और सुपर स्पेशलिटी विभाग होंगे।

उन्होंने कहा कि यह संस्थान 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और इसमें 185 करोड़ रुपये के उन्नत चिकित्सा उपकरण उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एम्स राजकोट में एमबीबीएस की 125 और नर्सिंग की 60 सीटें होंगी।

उन्होंने कहा, “सरकार (एम्स में) एमबीबीएस की सीटों को बढ़ाकर 80,000 करने का प्रयास कर रही है ताकि डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। 2013-14 के बाद से छह नए एम्स में एमबीबीएस की सीटें बढ़कर छह सौ हो गई हैं जिससे एमबीबीएस में प्रवेश लेने के इच्छुक 300 अतिरिक्त छात्रों को अवसर मिलेगा।”

वर्धन ने कहा, “एम्स राजकोट समेत नए एम्स का निर्माण होने से देश में सरकारी संस्थानों में एमबीबीएस की सीटों की उपलब्धता बढ़कर 42,495 हो गई है। एम्स राजकोट के अस्थायी परिसर के स्थायी परिसर में स्थानांतरित होने से भविष्य में सीटों की संख्या और बढ़ जाएगी।”

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि केंद्र में पिछली सरकारों ने राज्य में एम्स का निर्माण नहीं होने दिया था और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ही अनुमति मिल सकी।

रुपाणी ने कहा कि एम्स राजकोट के लिए भूमि देख ली गई है और प्रधानमंत्री मोदी जल्दी ही शिलान्यास करेंगे।

भाषा यश माधव

माधव


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