हरियाणा: ब्लैक फंगस की दवाई की कालाबाजारी करने के मामले में दो गिरफ्तार

हरियाणा: ब्लैक फंगस की दवाई की कालाबाजारी करने के मामले में दो गिरफ्तार

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  • Publish Date - May 24, 2021 / 11:23 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

चंडीगढ़, 24 मई (भाषा) हरियाणा के रोहतक से दो लोगों को फंगस रोधी ‘एम्फोटेरिसिन बी’ दवाई कथित तौर पर उंचे दामों पर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस दवाई का इस्लेमाल ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के इलाज में किया जाता है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान राहुल चौहान और डिम्पल शर्मा के रूप में हुई है। ये आरोपी क्रमशः हिसार और भिवानी के रहने वाले हैं। ये दोनों एम्फोटेरिसिन बी की एक शीशी को 12,000 रुपये में बेचने की कोशिश कर रहे थे।

ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस फंगस से होने वाला ऐसा संक्रमण है, जो उन मरीजों के नाक, आंख और साइनस को प्रभावित करता है, जो हाल में कोविड-19 से स्वस्थ हुए है या स्वस्थ हो रहे हैं। पुलिस ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि एक दवा कंपनी के दो कर्मचारी ऊंची कीमत पर इस दवाई को बेच रहे हैं।

एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ जानकारी के आधार पर विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और औषधि नियंत्रण अधिकारी की एक संयुक्त टीम गठित करके जाल में फंसाने के लिए एक ग्राहक को भेजा गया, जिसने आरोपी से 12 इंजेक्शन की मांग की। ग्राहक और आरोपी के बीच प्रति शीशी 12,000 रुपये की दर से सौदा तय हुआ । आरोपी से इसके बाद चार दिन तक बातचीत चलती रही और उनके खाते में 72,000 रुपये की राशि ऑनलाइन भेजी गई और जब आरोपी 23 मई को इंजेक्शन देने आया तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध में रोहतक में मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।”

भाषा स्नेहा नरेश

नरेश