हिमाचलः शिमला का ‘आइस रिंक’ बृहस्पतिवार से स्केटिंग के लिए खुलेगा

हिमाचलः शिमला का 'आइस रिंक' बृहस्पतिवार से स्केटिंग के लिए खुलेगा

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  • Publish Date - December 3, 2025 / 05:49 PM IST,
    Updated On - December 3, 2025 / 05:49 PM IST

शिमला, तीन दिसंबर (भाषा) हिमाचल के शिमला में स्थित एशिया के सबसे बड़े प्राकृतिक ‘आइस रिंक’ के बृहस्पतिवार से ‘स्केटिंग’ के लिए खुलने की संभावना है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

‘आइस स्केटिंग क्लब’ के सचिव रजत मल्होत्रा ​​ने बताया कि आइस रिंक का बुधवार को स्केटिंग के अनुभवी खिलाड़ियों और कुछ पर्यटकों द्वारा परीक्षण किया गया।

मल्होत्रा ​​ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से स्केटिंग, दिसंबर के दूसरे सप्ताह में शुरू हो रही है।

उन्होंने बताया कि स्कोटिंग के लिए दो सत्र होंगे जिनमें से पहला सुबह आठ बजे शुरू होगा जबकि शाम का दूसरा सत्र बर्फ की गुणवत्ता पर निर्भर करेगा।

मल्होत्रा ​​ने बताया कि बर्फ जमने के लिए सबसे अनुकूल स्थिति साफ आसमान और चार डिग्री सेल्सियस से कम तापमान होता है, लेकिन रिंक के आसपास जारी निर्माण कार्य और इसके ऊपर स्थित रिवोली सिनेमा के ध्वस्तीकरण से सूर्य की रोशनी बाधित हुई जिसके कारण रिंक पर बर्फ का जमाव चुनौतीपूर्ण हो गया है।

क्लब के अध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने बताया कि पूरे सत्र के लिए सदस्यता शुल्क वयस्कों के लिए 3,000 रुपये और 16 वर्ष से कम आयु वाले वर्ग के लिए 1,800 रुपये रखा गया है। क्लब के लगभग 300 सदस्य हैं।

मणिपाल की एक कॉलेज छात्रा एवं हैदराबाद निवासी अंशु ने कहा, ‘यह मेरा पहला अनुभव है… यह एक बेहतर अनुभव है। मैं काफी समय से यह (स्केटिंग) करना चाह रही थी।’

वर्ष 2016 में शिमला में पारा 22 डिग्री सेल्सियत तक पहुंचने के कारण दिसबंर सबसे गर्म रहा और जिससे स्केटिंग का सीजन केवल छह सत्रों में सिमट गया।

इसके पहले स्केटिंग के न्यूनतम सत्रों की संख्या 1972 में 12 थी, जबकि सबसे अधिक 118 सत्र 1997-98 में आयोजित किेए गए।

पांच टेनिस कोर्ट की लंबाई जितना लंबा यह ‘आइस रिंक’ 1920 में तब बना था जब एक आयरिश सैन्य अधिकारी, ब्लेसिंगटन ने टेनिस कोर्ट पर पानी छिड़का और देखा की कोर्ट पर पानी जल्दी जम रहा है जिसके बाद उन्होंने उस जगह को रिंक में बदलने का फैसला किया। यह रिंक पहले 58 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा था जो अब निर्माण कार्य के कारण 40 मीटर लंबा और 20 मीटर चौड़ा रह गया है।

भाषा प्रचेता पवनेश

पवनेश