उम्मीद है कि प्रधानमंत्री की असम यात्रा से 2014 में किए गए वादों पर ठोस कार्रवाई होगी: गौरव गोगोई

उम्मीद है कि प्रधानमंत्री की असम यात्रा से 2014 में किए गए वादों पर ठोस कार्रवाई होगी: गौरव गोगोई

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  • Publish Date - September 11, 2025 / 10:50 PM IST,
    Updated On - September 11, 2025 / 10:50 PM IST

गुवाहाटी, 11 सितंबर (भाषा) कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए वादों पर 13-14 सितंबर को राज्य के उनके निर्धारित दौरे के दौरान ‘ठोस कार्रवाई’ होगी।

गोगोई ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, आपने 2014 के लोकसभा चुनाव में वादा किया था कि अहोम, मोरन, मटक, आदिवासी चाय जनजाति और कोच-राजबोंगशी समुदायों को छह महीने के भीतर अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाएगा।”

उन्होंने कहा, “दस साल बीत गए, फिर भी वह वादा अधूरा है।”

गोगोई ने कहा कि असम के लोग विरोध में अपनी आवाज उठा रहे हैं लेकिन उनकी बात सुनने के बजाय असम पुलिस ने गोलकगंज में कोच-राजबोंगशी विद्यार्थियों की बेरहमी से पिटाई की

गोगोई ने प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को गृह विभाग से तुरंत हटाने का भी आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि तिनसुकिया में भी मोरान समुदाय के हजारों सदस्य अनुसूचित जनजाति का दर्जा मांगते हुए सड़कों पर मार्च कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा, “असम के युवा सड़कों पर हैं। मुझे उम्मीद है कि 13-14 सितंबर को आपके (प्रधानमंत्री मोदी के ) असम दौरे के दौरान भाजपा के वादों पर ठोस कार्रवाई होगी। अब और झूठे वादे नहीं होंगे।”

गोगोई ने इससे पहले गोलकगंज की घटना की भी निंदा की थी और मुख्यमंत्री पर आदिवासियों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया था।

गोगोई ने एक अन्य पोस्ट में कहा, “मैं गोलकगंज में कोच-राजबोंगशी विद्यार्थियों पर हुए क्रूर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। वे शांतिपूर्वक अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने की अपनी जायज मांग उठा रहे थे।”

उन्होंने दावा किया, “यह शर्मनाक घटना असम सरकार की आदिवासी समुदायों के अधिकारों और सम्मान के प्रति उपेक्षा को उजागर करती है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की आदिवासी लोगों और युवाओं के प्रति उदासीनता उजागर हो गई है।”

भाषा जितेंद्र देवेंद्र

देवेंद्र