संघ, भाजपा से निपटने के लिए “राहुल गांधी” का गीता और उपनिषद पढ़ना कितना उचित!

संघ, भाजपा से निपटने के लिए "राहुल गांधी" का गीता और उपनिषद पढ़ना कितना उचित!

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  • Publish Date - June 5, 2017 / 09:56 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

 

चेन्नई। गांधी परिवार के वारीस और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अब गीता और उपनिषद पढ़ रहे है। इस बात का खुलासा उन्होने रविवार को पार्टी के कार्यक्रम में किया उन्होने कहा कि मै उनसे (संघ परिवार) कहता हूं कि आप लोगों को दबा रहे हो, लेकिन उपनिषद में कहा गया है कि सभी इंसान बराबर है। आप अपने धर्म में लिखी हुई बात के खिलाफ कैसे जा सकते है। वहीं पार्टी से प्राप्त कुछ गोपनीय सूत्रों ने बताया कि राहुल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह भारत को नहीं सिर्फ नागपुर को समझती है। साथ ही उन्होने कहा कि भाजपा का मानना है कि दुनियाभर का सारा ज्ञान सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ही पास है। राहुल ने आगे कहा कि भाजपा और संघ देश पर एक विचार थोपने की कोशिश कर रहे है, जिससे विपक्ष एकजुट होकर लड़ेगा और कामयाब होगा। लेकिन राहुल की इस बात से कुछ उत्सुकता यह होती है कि क्या किसी भी व्यक्ति को कोई भी किताब या धर्म ग्रंथ किसी से निपटने के लिए पढ़ना चाहिए या अपने ज्ञान और विवेक को बनाए रखने के उद्देश्य से यह एक बढ़ा सवाल है ?