मुझे और मेरे परिवार को नजरबंद किया गया : उमर अब्दुल्ला

मुझे और मेरे परिवार को नजरबंद किया गया : उमर अब्दुल्ला

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  • Publish Date - February 14, 2021 / 08:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

श्रीनगर, 14 फरवरी (भाषा) नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को दावा किया कि उन्हें और उनके पिता एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला समेत परिवार के सदस्यों को प्राधिकारियों ने नजरबंद कर दिया है।

हालांकि पुलिस ने कहा कि पुलवामा हमले की दूसरी बरसी के संदर्भ में मिली खुफिया जानकारी के मद्देनजर सुरक्षा घेरे में आने वाले लोगों की आवाजाही को रविवार को ‘हतोत्साहित’ किया गया है।

उमर ने ट्वीट किया, ‘‘यह अगस्त 2019 के बाद नया जम्मू कश्मीर है। हमें बिना कोई कारण बताए, हमारे घरों में बंद कर दिया गया है। इससे बुरा और क्या हो सकता है कि उन्होंने मुझे और मेरे पिता (मौजूदा सांसद) को हमारे घर में बंद कर दिया है, उन्होंने मेरी बहन और उनके बच्चों को भी उनके घर में बंद कर दिया है।’’

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने तस्वीरें भी साझा की हैं, जिनमें यहां शहर के गुपकर इलाके में उनके आवास के मुख्य द्वार के बाहर पुलिस की गाड़ियां खड़ी दिख रही हैं।

उमर ने आरोप लगाया कि उनके घर में काम करने वाले लोगों को भी अंदर नहीं आने दिया जा रहा।

उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘चलो, लोकतंत्र के आपके नए मॉडल का मतलब है कि हमें कोई कारण बताए बिना हमारे घरों में बंद रखा जाए और हमारे घर में काम करने वाले कर्मियों को भी अंदर आने की अनुमति नहीं दी जाए। इसके बाद भी, आपको इस बात पर हैरानी होती है कि मुझमें अब भी गुस्सा और कड़वाहट है।’’

उमर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए हुए पुलिस ने कहा कि पुलवामा हमले की दूसरी बरसी को लेकर प्रतिकूल खुफिया इनपुट की वजह से गणमान्य (वीआईपी) लोगों को अग्रिम सूचना दी जाती है कि वह आज यात्रा से संबंधित कोई योजना नहीं बनाएं।

श्रीनगर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा, ‘‘ आज लेथपोरा आतंकी हमले की दूसरी बरसी है। जमीनी स्तर पर कोई आरओपी नहीं होगा। विपरित खुफिया जानकारी की वजह से गणमान्य और सुरक्षा घेरे में आने वाले लोगों की गतिविधियों को हतोत्साहित किया जाता है और सभी संबंधित लोगों को अग्रिम तौर पर सूचना दी जाती है कि वे आज यात्रा से संबंधित कोई योजना नहीं बनाएं।’’

हालांकि इस पर उमर ने पुलिस से पूछा, ‘‘कृपया मुझे बताएं कि आपने मुझे मेरे घर में किस कानून के तहत नजरबंद किया है? आप मुझे सलाह दे सकते हैं कि मैं घर से नहीं निकलूं लेकिन आप मेरी सुरक्षा का बहाना बनाते हुए मुझे घर में रहने को मजबूर नहीं कर सकते हैं।’’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘ कृपया कर पूर्व में मेरे पते पर लिखित में दी गई इसकी जानकारी एवं उसे मेरे द्वारा स्वीकार करने की पावती साझा करें। निश्चित तौर पर यह बरसी प्रशासन के लिए अचानक तो नहीं है।’’

नेशनल कांफ्रेंस ने पार्टी के नेताओं और उनके परिवार को ‘मनमाने तरीके से नजरबंद’ किए जाने की निंदा की है।

पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘ जेकेएनसी पार्टी अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और उनके परिवार को श्रीनगर के गुपकर आवास में नजरबंद किए जाने की निंदा करती है। पार्टी तत्काल प्रभाव से इन गैरकानूनी कदमों को वापस लिए जाने की मांग करती है।’’

इससे पहले, पीडीपी अध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी शनिवार को दावा किया था कि पिछले वर्ष दिसंबर में यहां के पारिमपोरा इलाके में कथित मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक अतहर मुश्ताक के परिजन से मिलने जाने से पहले उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।

महबूबा ने ट्वीट किया था, ‘‘कथित मुठभेड़ में मारे गए अतहर मुश्ताक के परिवार से मिलने जाने से पहले हमेशा की तरह नजरबंद कर दिया गया। बेटे का शव मांगने पर उसके पिता के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया। क्या भारत सरकार कश्मीर आने वाले यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को ये सामान्य हालात दिखाना चाहती है।’’

भाषा स्नेहा धीरज

धीरज