आतंकियों से लड़ने को सेना में भर्ती होना चाहता हूं: हमले में पिता को खोने वाले नौ वर्षीय बेटे ने कहा
आतंकियों से लड़ने को सेना में भर्ती होना चाहता हूं: हमले में पिता को खोने वाले नौ वर्षीय बेटे ने कहा
बालासोर, आठ मई (भाषा) पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता को गंवा चुके नौ वर्षीय तनुज कुमार सतपथी ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पाकिस्तानी आतंकवादियों से लड़ने के लिए भारतीय सेना में भर्ती होना चाहता है।
तनुज के पिता प्रशांत सतपथी 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों में शामिल थे।
ओडिशा के बालासोर जिले में अपने घर पर संवाददाताओं से बात करते हुए तनुज ने कहा कि अगर उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने का मौका मिला तो वह उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहेगा कि उसके जैसे किसी भी बच्चे के सिर से पिता का साया ना उठे।
उसने कहा, ‘‘मैंने सेना में शामिल होने का फैसला किया है, क्योंकि इसने मेरे पिता की मौत का बदला लिया है।’’
तनुज की मां प्रिया दर्शिनी आचार्य उसके साथ खड़ी थीं। तनुज ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम बुधवार सुबह से ही समाचार देख रहे हैं और इससे मेरी मां और मुझे बहुत सुकून मिला है। हमें अपनी सेना पर गर्व है।’’
तनुज ने कहा कि सेना शुरू से ही उसके और उसकी मां के साथ है। उसने कहा, ‘‘आखिरकार उन्होंने बदला ले लिया। इसलिए मैं निश्चित रूप से सेना में शामिल होऊंगा। मैं पूरी लगन से पढ़ाई करूंगा ताकि मैं सेना में जगह पा सकूं और पाकिस्तान और उसके आतंकवादियों से लड़ सकूं।’’
तनुज ने कहा, ‘‘अगर मुझे प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का मौका मिलता है तो मैं उनसे कहूंगा कि वह सुनिश्चित करें कि मेरे जैसा कोई भी लड़का पिता के साए से वंचित ना होने पाए। अब मैं एक बेटे के लिए पिता की अहमियत को महसूस करता हूं।’’
तनुज ने कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से भी कहेगा कि वह पहलगाम जैसे स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएं और भारतीय सरजमीं पर आतंकवादियों को ना आने दें।
पहलगाम में हुई भयावह घटना को याद करते हुए तनुज ने कहा कि आतंकवादियों ने उसके पिता को उस समय गोली मार दी, जब वे एक पहाड़ी से नीचे उतर रहे थे।
उसने कहा, ‘‘वे तुरंत गिर पड़े। मेरी मां और मैं उनकी ओर दौड़े और पाया कि उनके सिर से खून बह रहा था। जब मेरी मां ने पूछा कि क्या उन्हें पानी चाहिए, तो उन्होंने कहा, हां। मैंने उन्हें पानी दिया।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवादियों ने उसके पिता को मारने से पहले उनसे कुछ जानना चाहा था, तनुज ने कहा, ‘‘नहीं, लेकिन मैंने उन्हें दूसरों से उनके धर्म के बारे में पूछते देखा है।’’ उसे यह भी याद आया कि घटना के बाद उसने अपनी मां की किस तरह से देखभाल की।
तनुज की मां प्रिया दर्शिनी ने कहा कि वह अपने बेटे की इच्छा पूरी करने के लिए कुछ भी करेंगी। उन्होंने कहा कि अगर वह सेना में शामिल होना चाहता है, तो वह उसे इस तरह से तैयार करेंगी।
हालांकि, प्रिया दर्शिनी ने तनुज में आई ‘अचानक परिपक्वता’ पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं चिंतित हूं क्योंकि ऐसा लगता है कि उसने अचानक अपना बचपन खो दिया है। उसे धीरे-धीरे परिपक्व होना चाहिए, अचानक नहीं। मुझे उम्मीद है कि भगवान उसका भला करेंगे।’’
भाषा संतोष शफीक
शफीक

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