नई दिल्ली। ट्रांसपोर्टर्स की देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल आज शुरु हो गई है। ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स ऑपरेटर्स एसोसिएशन (AICOGOA) की अगुवाई में शुरु हुई ट्रांसपोर्टरों ने देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर खान-पान और आवश्यक चीजों नहीं पड़ेगा क्योंकि ट्रांसपोर्टर्स इन चीजों की आपूर्ति करते रहेंगे। जबकि सभी तरह की अन्य कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सामान की ढुलाई बंद रहेगी।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) जैसे अन्य संगठनों का साथ न मिलना हड़ताल का कमजोर बिन्दु है, वहीं कुछ जानकरों का कहना है कि प्रभावित इलाकों में सप्लाई चेन टूटने से पूरे देश में कारोबार पर असर होगा।
AICOGOA के अध्यक्ष बी चेन्नारेडी ने बताया कि डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में इजाफा और जीएसटी से जुड़ी दिक्कतों के चलते हड़ताल का ऐलान अप्रैल में ही कर दिया गया था। उससे पहले सरकार से कई दौर की बैठकें नाकाम रही थीं।
ऑल इंडिया फाउंडेशन ऑफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हड़ताल का कम से कम 2-3 दिनों तक सप्लाई पर बुरा असर पड़ेगा। बता दें कि जीएसटी लागू होने के बाद से ही ट्रांसपोर्ट संगठन सरकार से टकराव के मूड में हैं, लेकिन एकजुट हड़ताल पर सहमति नहीं बन पा रही है।
ट्रांसपोर्टरों का आरोप है कि सरकार डीजल से रोड टैक्स के रूप में 8 रुपये प्रति लीटर और टोल चार्ज के रूप में 8 रुपये प्रति किलोमीटर वसूल रही है। इसके चलते ट्रांसपोर्ट और संबंधित उद्योगों को करीब 3000 करोड़ रुपये का रोजाना नुकसान हो रहा है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस, दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गनाइजेशन, दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन फिलहाल इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं।
देशभर के ट्रांसपोर्टर्स पर एआईएएमटीसी की ज्यादा पकड़ मानी जाती है और उसने 20 जुलाई से हड़ताल का ऐलान कर रखा है।
वेब डेस्क, IBC24