Ban on Chinese apps: ड्रैगन को टाइट करेगा भारत.. गूगल प्ले से हटाए जायेंगे 100 से ज्यादा मोबाइल चाइनीज Apps, आईटी एक्ट तहत कार्रवाई

सरकार का यह कदम साइबर सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन के नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन इसका सीधा असर टेक इंडस्ट्री और यूज़र्स पर पड़ेगा। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस प्रतिबंध पर सरकार और प्रभावित कंपनियों के बीच क्या संवाद होता है।

  •  
  • Publish Date - February 20, 2025 / 10:17 PM IST,
    Updated On - February 20, 2025 / 10:17 PM IST

India will ban 119 Chinese mobile apps || Image- Mashable India

HIGHLIGHTS
  • भारत में 119 चीनी और विदेशी ऐप्स बैन, IT एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई
  • राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र चीन समेत कई देशों के ऐप्स पर भारत की सख्ती
  • गूगल प्ले स्टोर से 15 ऐप्स हटे, बाकी पर जल्द होगी कार्रवाई

India will ban 119 Chinese mobile apps : नई दिल्ली: भारत सरकार ने Google Play Store से 119 ऐप्स को ब्लॉक करने का आदेश जारी किया है। इनमें से अधिकतर ऐप्स चीन और हॉन्ग कॉन्ग से जुड़े वीडियो और वॉयस चैट प्लेटफॉर्म हैं। हालांकि, अब तक केवल 15 ऐप्स को हटाया गया है, जबकि बाकी अभी भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं। यह कार्रवाई IT अधिनियम की धारा 69A के तहत की गई है, जो सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और सार्वजनिक व्यवस्था के हित में ऑनलाइन सामग्री को प्रतिबंधित करने का अधिकार देता है। इस निर्णय की पुष्टि मनीकंट्रोल की एक विशेष रिपोर्ट में की गई है।

Read More: Bhilai Suicide : नाबालिग सुसाइड मामले में स्मृति नगर चौकी का परिजनों ने किया घेराव | आरोपियों पर गैंगरेप का मामला दर्ज करने की मांग

अंतरराष्ट्रीय ऐप्स भी प्रभावित

यह पहला मौका नहीं है जब भारत सरकार ने चीन से जुड़े ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है। पूर्व में, भारत-चीन के बीच बढ़ते तनाव के चलते कई चीनी ऐप्स को बैन किया गया था। हालांकि, इस बार की कार्रवाई केवल चीन तक सीमित नहीं है, क्योंकि प्रतिबंधित ऐप्स की सूची में सिंगापुर, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया के कुछ ऐप्स भी शामिल हैं। इससे स्पष्ट होता है कि इस बार सरकार की चिंता व्यापक स्तर पर सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी से जुड़ी हुई है।

डेवलपर्स की चिंता

India will ban 119 Chinese mobile apps : सरकार के इस फैसले पर प्रभावित ऐप डेवलपर्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई कंपनियों का कहना है कि इस कदम से उनके व्यवसाय को नुकसान पहुंचेगा और भारतीय उपयोगकर्ताओं को भी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। वहीं, Google ने इस प्रतिबंध की जानकारी Lumen Database में दर्ज की थी, जो सरकारी और अन्य संस्थाओं द्वारा की गई कंटेंट रिमूवल रिक्वेस्ट को ट्रैक करता है। हालांकि, बाद में इस सूची को हटा दिया गया।

Read Also: MP Borad Exam: 10वीं-12वीं के परीक्षार्थियों के लिए जरूरी खबर, समय को लेकर जारी हुआ ये नया निर्देश, जानिए क्या है पूरा मामला

सरकार का यह कदम साइबर सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन के नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, लेकिन इसका सीधा असर टेक इंडस्ट्री और यूज़र्स पर पड़ेगा। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस प्रतिबंध पर सरकार और प्रभावित कंपनियों के बीच क्या संवाद होता है।

1. भारत सरकार ने किन ऐप्स को बैन किया है?

सरकार ने 119 ऐप्स को बैन करने का आदेश दिया है, जिनमें से अधिकतर चीन और हॉन्ग कॉन्ग से जुड़े वीडियो और वॉयस चैट ऐप्स हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य देशों के ऐप्स भी इस सूची में शामिल हैं।

2. ऐप्स को बैन करने का मुख्य कारण क्या है?

यह प्रतिबंध IT अधिनियम की धारा 69A के तहत लगाया गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और डेटा प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए सरकार को किसी भी ऑनलाइन सामग्री को प्रतिबंधित करने का अधिकार देता है।

3. क्या सभी प्रतिबंधित ऐप्स को तुरंत हटा दिया गया है?

नहीं, अब तक केवल 15 ऐप्स को हटाया गया है, जबकि बाकी ऐप्स अभी भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं। जल्द ही उन्हें भी Google Play Store से हटाया जा सकता है।

4. क्या यह प्रतिबंध केवल चीन के ऐप्स पर लगाया गया है?

नहीं, इस बार की कार्रवाई केवल चीन तक सीमित नहीं है। सिंगापुर, अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया के कुछ ऐप्स भी प्रतिबंधित किए गए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार की चिंता व्यापक साइबर सुरक्षा और डेटा प्रोटेक्शन को लेकर है।

5. इस प्रतिबंध का भारतीय यूज़र्स और डेवलपर्स पर क्या असर पड़ेगा?

इस प्रतिबंध से भारतीय यूज़र्स को कुछ लोकप्रिय ऐप्स का उपयोग करने में दिक्कत हो सकती है। वहीं, प्रभावित ऐप डेवलपर्स का कहना है कि इससे उनके व्यवसाय को नुकसान होगा। हालांकि, सरकार का यह कदम साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।