भारत सरकार ने ठुकराई एलन मस्क की मांग, ब्रिटिश कंपनी के इस ट्वीट पर आनंद महिंद्रा ने कहा- ‘आपके मुंह में घी शक्कर…’
Indian government reject Elon Musk demand, Anand Mahindra tweeted : भारत सरकार ने ठुकराई एलन मस्क की मांग, ब्रिटिश कंपनी के इस ट्वीट पर आनंद..
Anand Mahindra On Uttrakhand
Anand Mahindra Tweet on Electric Vehicle : नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला ने भारत में आने की अपनी योजना को फिलहाल दरकिनार कर दिया है। टेस्ला दुनिया की सबसे महंगी इलेक्ट्रिक कार है और इसके सीईओ एलन मस्क दुनिया के सबसे अमिर आदमी है। एलन मस्क अपनी इलेक्ट्रिक कार टेस्ला को भारत में लेकर बेचने की अनुमति दी जाए और विदेश से मंगाई जाने वाली कारों पर कोई टैक्स (Tax) नहीं लगाया जाए ऐसी मांग कर रहे थे। हालांकि मस्क की इस मांग को भारत सरकार ने ठुकरा दिया।
आनंद महिंद्रा का ट्वीट वायरल
फॉर्चून की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक कारें बन रही हैं जो टेस्ला को धूल चटा सकती हैं। इसे लेकर आनंद महिंद्रा का ट्वीट वायरल हो सोडियम आयन बैटरी बनाने वाली ब्रिटिश कंपनी Faradion ने इस ट्वीट किया था। महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने इसी रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘आपके मुंह में घी शक्कर।’
Aap ke muh mein ghee shakkar… https://t.co/I3Sz20BABp
— anand mahindra (@anandmahindra) July 8, 2022
वित्त वर्ष 2027 तक दो लाख इलेक्ट्रिक कारें बेचने का भरोसा
गौरतलब है कि भारत में टाटा (Tata Motors) और महिंद्रा सहित कई कंपनियां इलेक्ट्रिक कारें बना रही हैं। इसके साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा ने इलेक्ट्रिक कारों के लिए बड़ी योजना बनाई है। कंपनी को वित्त वर्ष 2027 तक दो लाख इलेक्ट्रिक कारें बेचने का भरोसा है। कंपनी ईवी बिजनस (EV Business) पर एक अरब डॉलर से अधिक निवेश कर रही है। उसकी योजना अगले पांच साल में पांच इलेक्ट्रिक वीकल (Electric Vehicle) निकालने की है। कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2027 से उसकी कुल बिक्री में इलेक्ट्रिक कारों की हिस्सेदारी 20 से 30 फीसदी होंगी।
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ये थी मस्क की डिमांड
हाल ही में टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ट्वीट किया था कि टेस्ला किसी भी ऐसी जगह मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले अपने कारों को बेचने की अनुमति नहीं मिलेगी। बता दें मस्क चाहते थे कि भारत सरकार टेस्ला को चीन से कारें आयात करने का लाइसेंस दे और इस कारों पर कोई इम्पोर्ट ड्यूटी न लगाई जाए। टेस्ला की इस मांग को भारत सरकार ने खारिज कर दिया। भारत में भी इलेक्ट्रिक कारों की नई जेनरेशन डेवलप हो रही है। ये गाड़ियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में टेस्ला की छुट्टी कर सकती हैं। इसकी वजह यह है कि भारत में आधुनिक तकनीक पर आधारित इलेक्ट्रिक कारें बन रही है जबकि टेस्ला की तकनीक एक दशक पुरानी है।

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