Goat in custody: हिरासत में बकरा! मासूम बकरे को छोटी सी बात की मिली सजा

हिरासत में बकरा! मासूम बकरे को छोटी सी बात की मिली इतनी बड़ी सजा, मामला जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

Goat in custody: हिरासत में बकरा! मासूम बकरे को छोटी सी बात की मिली इतनी बड़ी सजा, मामला जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:14 PM IST, Published Date : September 12, 2022/5:39 pm IST

Goat in custody: गंजम। यदि कोई इंसान गलती करता है तो उसे कानून सजा देता है लेकिन ओडिशा में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां एक बकरे को उसकी गलती की सजा देने के लिए वन विभाग ने उसे हिरासत में रखा था। ये घटना अब चारों तरफ चर्चा में हैं कि आखिर बकरे ने ऐसी भी क्या गलती की। जिसकी सजा उसे हिरासत में बितानी पड़ी।

ये भी पढ़ें- वाह साहब जवाब नहीं! गए थे सर्वे करने, रिश्तेदारों के नाम करवा आए 35 करोड़ रुपए की जमीन, जानिए कैसे किया गड़बड़झाला

हिरासत में बकरा

Goat in custody: कोई भी वारदात होने पर पहले आरोपी की पहचान होती है फुर उसे हिरासत में लिया जाता है और कार्रवाई के बाद जुर्म की सजा मिलती है। ऐसे मामले रोज देखने को मिलते है। लेकिन ओडिशा में एक अजीब ही मामला देखने को मिला है। यहां एक बकरे को हिरासत में लिया गया है। इतना ही नहीं यह कार्रवाई पुलिस ने नहीं बल्कि वन विभाग के स्टाफ ने की थी। मासूम बकरें ने एक छोटी सी बात को लेकर बकरे को हिरासत में लिया गया है।

ये भी पढ़ें- पत्नी ने नहीं पूरी की डिमांड तो पति ने प्राइवेट पार्ट में डाल दिया Fevikwik, पूरा मामला जानकर दहल जाएगा दिल

वन विभाग ने लिया एक्शन

Goat in custody: मामला ओडिशा के गंजम जिले में चार दिन पहले का है। यहां खल्लीकोट ब्लॉक के तहत आने वाले गांव भरसानुआपल्ली के कुछ चरवाहे बकरों को लेकर चराने गए थे। अब कथित तौर पर उस दौरान बकरों ने कुछ पौधों की पत्तियों को चबा लिया। कहा जा रहा है कि इस बात से वन विभाग का स्टाफ खासा नाराज हो गया था। इसी के चलते वे झुंड में से एक बकरे को ले गए।

ये भी पढ़ें- ईओडब्ल्यू के चंगुल में ऐसे फंसे ‘घोटालेबाज बिशप’, जांच एजेंसी लगातार कर रही थी ट्रेस, कई राजों से उठ सकता है पर्दा

4 दिन तक बांधकर रखा

Goat in custody: ग्रामीण के राम्या पात्रा के बकरे को ही अधिकारी कथित तौर पर ले गए हैं। वह कहते हैं, ‘हमने कहा कि यह एक गलती थी, लेकिन वन विभाग के स्टाफ ने नहीं सुनी और बकरे को साथ ले गए, जहां उसे खल्लीकोट फॉरेस्ट रेंजर के दफ्तर में स्थित पोस्ट मॉर्टम रूम में चार दिनों तक बांधकर रखा।’ हालांकि, इस पर रेंजर सिद्धार्थ साहू ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें