Share Market : ’30 साल की रिकॉर्ड गिरावट.. 95 लाख करोड़ का नुकसान..’ राज्यसभा में गूंजा शेयर बाजार में नरमी का मुद्दा, कांग्रेस सांसद ने मोदी सरकार पर लगाए ये गंभीर आरोप

'30 साल की रिकॉर्ड गिरावट.. 95 लाख करोड़ का नुकसान..' Issue of softening of stock market echoed in Rajya Sabha

Share Market : ’30 साल की रिकॉर्ड गिरावट.. 95 लाख करोड़ का नुकसान..’ राज्यसभा में गूंजा शेयर बाजार में नरमी का मुद्दा, कांग्रेस सांसद ने मोदी सरकार पर लगाए ये गंभीर आरोप
Modified Date: March 18, 2025 / 03:08 pm IST
Published Date: March 18, 2025 2:15 pm IST

नई दिल्ली। Share Market  भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। बीतें कुछ महीने में निवेशकों को तगड़ा नुकसान हुआ है। शेयर बाजार में गिरावट का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में गूंजा। कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने शून्यकाल के दौरान सदन में यह विषय रखते हुए कहा कि शेयर बाजार में अप्रत्याशित गिरावट से 95 लाख करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि विदेशी निवेशकों को अब भारतीय बाजार पसंद नहीं आ रहा है और उन्होंने भारी मात्रा में अपना पैसा निकाल लिया है । इससे भारतीय बाजार में 12 प्रतिशत की गिरावट आयी है और सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा कि इसका सबसे अधिक प्रभाव छोटे निवेशकों पर हो रहा है। देश में आर्थिक मंदी की चिंता के कारण लोग आशंकित हैं।

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Share Market  कांग्रेस ने अपने एक्स पर प्रमोद तिवारी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि शेयर मार्केट में 30 साल की रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 5 महीने में ₹95 लाख करोड़ स्वाहा हो गए। विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार अब आकर्षक नहीं लग रहा। विदेशी निवेशकों ने ₹1.67 लाख करोड़ बाजार से निकाल लिए हैं। विदेशी निवेशक अमेरिका और चीन के बाजार की तरफ जा रहे हैं। पिछले 6 महीने में चीन के बाजार में 17% की उछाल, जबकि भारतीय बाजार में 12 % गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट का असर सबसे ज्यादा छोटे निवेशकों पर पड़ रहा है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, अमेरिकी के नए टैरिफ के चलते बाजार गिर रहा है लेकिन इनमें देश में आर्थिक मंदी की चिंता, उम्मीद से कम कमाई, रुपए की लगातार कमजोरी, कम उपभोग, GDP में गिरावट जैसे कई घरेलू कारण भी है। मौजूदा सरकार की आर्थिक नीति देश को बर्बादी और तबाही की तरह ले जा रही है।

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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।