बिहार विधानसभा चुनाव में हमारे लिए करो या मरो की स्थिति है: जीतन राम मांझी

बिहार विधानसभा चुनाव में हमारे लिए करो या मरो की स्थिति है: जीतन राम मांझी

बिहार विधानसभा चुनाव में हमारे लिए करो या मरो की स्थिति है: जीतन राम मांझी
Modified Date: September 14, 2025 / 09:18 pm IST
Published Date: September 14, 2025 9:18 pm IST

गया (बिहार), 14 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने रविवार को कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी के लिए ‘‘करो या मरो’’ की स्थिति पेश कर रहा है।

अपने लोकसभा क्षेत्र गया में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मांझी ने कहा कि पार्टी गठन के एक दशक बाद भी ‘‘मान्यता प्राप्त पार्टी’’ का दर्जा न मिलना उनके लिए ‘‘अपमानजनक’’ है।

उन्होंने कहा, “मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा पाने के लिए विधानसभा में कम से कम आठ सीट जीतनी होंगी या कुल मतों का छह प्रतिशत वोट हासिल करना होगा।”

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मांझी ने इस लक्ष्य तक पहुंचने के दो रास्ते बताए, पहला, राजग का हिस्सा बनकर कम से कम 15 सीट पर चुनाव लड़ना और 50 प्रतिशत से अधिक सीट पर जीत दर्ज करना। दूसरा, 50 से 100 सीट पर प्रत्याशी उतारकर प्रत्येक क्षेत्र में औसतन 10 हजार वोट पाना।

हाल में दिल्ली में हुई हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में मांझी ने बिहार विधानसभा की सभी 243 सीट पर उम्मीदवार उतारने की बात कह सनसनी फैला दी थी। हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह बयान उन्होंने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए दिया था।

मांझी ने 2015 में अपनी पार्टी का गठन तब किया था जब उन्हें नीतीश कुमार की वापसी के लिए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को मजबूर होना पड़ा था।

इस बार भी रणनीति को लेकर सवाल पूछे जाने पर मांझी ने कहा कि यदि पार्टी उन्हें निर्णय लेने के लिए अधिकृत करती है तो वह आवश्यक कदम उठाएंगे।

मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और नीतीश सरकार में मंत्री भी हैं। वहीं, मांझी की पत्नी दीपा और सास ज्योति देवी राज्य विधानसभा की सदस्य हैं।

मांझी ने कहा, “आगामी विधानसभा चुनाव हमारे लिए करो या मरो की स्थिति पेश कर रहा है। दस साल बाद भी मेरी पार्टी पंजीकृत रहते हुए गैर-मान्यता प्राप्त की श्रेणी में है, जो मेरे लिए बेहद अपमानजनक है।”

भाषा कैलाश

राजकुमार

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