Jagdeep Dhankhar Resigned Reason in Hindi: ये है जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की असली वजह? / Image Source: ibc24 customized
नई दिल्लीः Jagdeep Dhankhar Resigned Reason in Hindi उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया और कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं। वहीं, ताजा जानकारी के अनुसार जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। लेकिन इस बीच संसद का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि जगदीप धनखड़ ने बहस के बाद ही इस्तीफा दिया है।
Jagdeep Dhankhar Resigned Reason in Hindi सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो संसद के उच्च सदन राज्यसभा का है, जहां सांसद और भाजपा के राष्ट्ररीय अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित कर रहे हैं। जेपी नड्डा के संबोधन के दौरान विपक्ष की ओर से टिप्पणी की गई और सदन में हंगामा हो गया। हंगामे के बाद जेपी नड्डा ने कहा कि सदन में हो रही कोई भी बात रिकॉर्ड में नहीं जाएगी, मैं जब बोलूंगा तो ही रिकॉर्ड में लिया जाएगा। हैरानी की बात तो ये है कि सदन की कार्यवाही के दौरान क्या रिकॉर्ड में जाएगा, क्या नहीं ये तय करने वाले जेपी नड्डा कौन होते हैं? सदन की कार्यवाही का कोई भी फैसला लेने के अधिकार सिर्फ और सिर्फ सदन के अध्यक्ष को होता है। ऐसे में अब इस वीडियो के वायरल होने के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि जेपी नड्डा की इस हरकत के चलते ही जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया है। हालांकि जेपी नड्डा के इस वायरल वीडियो को जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की असली वजह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि उन्होंने खुद अपने इस्तीफा पत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है।
जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में कहा, ‘स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67 (ए) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं।’ धनखड़ (74) ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पदभार संभाला था और उनका कार्यकाल 2027 तक था। वह राज्यसभा के सभापति भी हैं और उन्होंने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही इस्तीफा दे दिया। हाल में उनकी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एंजियोप्लास्टी हुई थी।
राज्यसभा के सभापति के रूप में अपने कार्यकाल में, धनखड़ का विपक्ष के साथ कई बार टकराव हुआ, जिसने उन पर महाभियोग चलाने का प्रस्ताव भी पेश किया था। उन्हें हटाने का प्रस्ताव, बाद में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने खारिज कर दिया था। यह प्रस्ताव स्वतंत्र भारत में किसी वर्तमान उपराष्ट्रपति को हटाने का पहला मामला था। धनखड़ पद पर रहते हुए इस्तीफा देने वाले दूसरे उपराष्ट्रपति हैं। इससे पहले वी वी गिरि ने 20 जुलाई, 1969 को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
धनखड़ का अचानक इस्तीफा राज्यसभा में सरकार के लिए एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम के बाद आया है, क्योंकि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को हटाने के लिए विपक्ष द्वारा प्रायोजित एक प्रस्ताव उनके समक्ष प्रस्तुत किया गया था और उन्होंने सदन में इसका उल्लेख किया था। यह घटनाक्रम सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए एक झटका है, जिसने लोकसभा में इसी तरह का नोटिस प्रायोजित किया था और विपक्ष को भी इसमें शामिल किया था। धनखड़ 2022 में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार थे।
12 PM — JP Nadda insulted Vice President #JagdeepDhankhar dictating “Nothing will go on record”
9 PM — Jagdeep Dhankhar resigned with immediate effect 🤯
His EGO got hurt or Modi-Shah showed him his AUKAT? 🚨 pic.twitter.com/bfKxW6hdR4
— Ankit Mayank (@mr_mayank) July 21, 2025