एक लाख से ज्यादा शिक्षकों की जा सकती है नौकरी, यहां की सरकार ने दी जानकारी, जानें वजह
One Lakhs Teachers Job : सरकार के इस फैसले से प्रदेश के करीब 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है।
पटना। शिक्षकों की नौकरी को लेकर बड़ा अपडेट आया है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है जिनका मूल प्रमाण पत्र और मेरिट सूची अपलोड नहीं होगा ऐसे शिक्षकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। बिहार सरकार के इस फैसले से प्रदेश के करीब 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ः कॉलेज की फेयरवेल पार्टी में खूनी खेल, साथियों ने छात्र पर किया चाकू से हमला
जानकारी के मुताबिक, नियोजित शिक्षकों को वेरिफिकेशन के लिए ओरिजिनल सर्टिफिकेट जमा कराने के लिए कहा गया है। बावजूद शिक्षक इसे लेकर लगातार लापरवाही कर कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसे लेकर जानकारी दी है। बताया कि सभी शिक्षकों को पिछले साल जून में शिक्षा विभाग के विशेष रूप से बनाए गए पोर्टल पर अपने मूल प्रमाण पत्र और मेरिट सूची अपलोड करने के लिए कहा गया था।
यह भी पढ़ें: बिलासपुर एयरपोर्ट पर जल्द शुरू होगी विमानों की नाइट लैंडिंग, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सौंपी रिपोर्ट
विभाग की ओर से बार-बार जानकारी दिए जाने के बावजूद एक लाख से अधिक शिक्षकों ने अपने दस्तावेज अपलोड नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में यह फैसला लिया गया है कि जिन शिक्षकों ने डॉक्यूमेंट उपलब्ध नहीं कराए हैं, हाईकोर्ट के संज्ञान में देकर इनकी सेवा समाप्त करने पर विचार किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: अब और आगे नहीं बढ़ेगी धान खरीदी की तारीख, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने किया ऐलान
शिक्षा विभाग की माने तो आदेश के 6 महीने बाद भी 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों ने अभी तक अपना मूल प्रमाण पत्र अपडेट नहीं किया है। हालांकि, इन शिक्षकों को अपने प्रमाणपत्र फोल्डर वेबसाइट पर अपलोड करने का आखिरी मौका भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने अब तक ऐसा नहीं किया है। ऐसे सभी शिक्षकों की सेवाएं कोर्ट के निर्देश पर समाप्त की जा सकती हैं।
यह भी पढ़ें: नाम तो बदल जाएगा.. क्या अतीत भी मिट जाएगा? मध्यप्रदेश में शहरों के नाम बदलने पर सियासी संग्राम!

Facebook



