Kannada writer again gave controversial statement regarding Shri Ram.
KS Bahgawan has been making such comments on Hindu deities in the past as well.
जाने माने तर्कवादी और कन्नड़ लेखक केएस भगवान राम और सीता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की हैं। कर्नाटक के मांड्या में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा की राम राज्य बनाने की बात चल रही है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया।
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उन्होंने आगे कहा की राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे। उन्होंने बिना परवाह किए अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया। एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे शूद्र शंबूक का सिर काट दिया। वे कैसे आदर्श हो सकते हैं।
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बता दे की केएस भगवान पहले भी राम भगवान पर इस तरह की टिप्पणी करते रहे हैं। 2019 में भी उन्होंने यही दावा किया था की भगवान राम शराब पीते हैं जबकि मांड्या में भी उन्होंने अपनी बार दोहराई। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘राम मंदिर येके बेड़ा’ में यह टिप्पणी की थी। कुछ हिंदू संगठनों ने तब केएस भगवान की टिप्पणियों का कड़ा विरोध किया था और लेखक के आवास के बाहर ‘पूजा’ करने की कोशिश की थी।
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भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठा चुके केएस भगवान के चेहरे पर फरवरी, 2021 में मीरा राघवेंद्र नाम की एक महिला वकील ने बेंगलुरु की एक अदालत में कालीख पोत दी थी। तब भी काफी विवाद खड़ा हुआ था। माना जा रहा है की मांड्या में दिए बयान पर हिन्दू संगठन फिर से नाराज हो सकते हैं।
राम राज्य बनाने की बात चल रही है… वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया: केएस भगवान, सेवानिवृत्त प्रोफेसर और लेखक, मांड्या, कर्नाटक (20.1) pic.twitter.com/GrUcHFQXit
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2023