बेलगावी, 17 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा पर कोलार जिले में 21 एकड़ जमीन ‘हड़पने’ का आरोप लगाया।
ये जमीन मूल रूप से अभिलेखों में एक झील और कब्रिस्तान के रूप में दर्ज है।
भाजपा ने इस मामले की जांच करने और मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
मंत्री ने इस आरोप को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया और कहा कि यह आरोप उनके काम को पचा नहीं पाने एवं उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की मंशा से लगाया गया है।
गौड़ा ने बताया कि यह जमीन उनकी पुश्तैनी है और वे लोकायुक्त सहित किसी भी जांच के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, “सच सामने आना चाहिए।”
विधानसभा में विपक्ष के नेता चालवाड़ी नारायणस्वामी ने कहा, “यह मामला कोलार जिले के नरसपुरा होबली के गरुड़पाल्या गांव में सर्वे नंबर 47 (एक एकड़ जमीन) और गरुड़पाल्या में ही सर्वे नंबर 46 में स्थित 20.16 एकड़ जमीन से संबंधित है। कुल मिलाकर यह लगभग 21.16 एकड़ जमीन है, जिसका बाजार मूल्य लगभग पांच से छह करोड़ रुपये प्रति एकड़ है।”
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, “सर्वे नंबर 47 में स्थित एक एकड़ जमीन कब्रिस्तान के रूप में चिह्नित है, जिसे किसी के नाम पर नहीं किया जा सकता लेकिन मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा ने अवैध रूप से दाखिल खारीज दस्तावेजों में इसे अपने नाम पर कर दिया है। साथ ही, 20.16 एकड़ जमीन, जो रिकॉर्ड के अनुसार वास्तव में झील की जमीन है, उसे भी उनके नाम पर कर दिया गया है।”
गौड़ा ने आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विवादित दोनों जमीनें उनके दादा के समय से चली आ रही पैतृक भूमि का हिस्सा हैं और अगर कोई चूक हुई है, तो विपक्ष शिकायत दर्ज कराए और संबंधित जांच एजेंसी या अधिकारियों द्वारा इसकी जांच की जाए।
भाषा जितेंद्र रंजन
रंजन