Arvind Kejriwal Press Conference: ‘भारत के किसानों के पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा’.. जानें AAP नेता केजरीवाल ने क्यों किया ऐसा सनसनीखेज दावा

आप संयोजक ने आगे कहा कि भारतीय कपड़ा उद्योग 30 सितंबर तक अमेरिकी कपास खरीदेगा और अक्टूबर से बाज़ार में आने वाला भारतीय किसानों का कपास सस्ते दामों पर बेचना पड़ेगा। उन्होंने इस कदम को भारतीय किसानों के साथ विश्वासघात बताया।

Arvind Kejriwal Press Conference: ‘भारत के किसानों के पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा’.. जानें AAP नेता केजरीवाल ने क्यों किया ऐसा सनसनीखेज दावा

Arvind Kejriwal Press Conference || Image- FILE PHOTO

Modified Date: August 28, 2025 / 01:35 pm IST
Published Date: August 28, 2025 1:33 pm IST
HIGHLIGHTS
  • अमेरिकी कपास पर शुल्क हटाया गया
  • भारतीय किसानों को भारी नुकसान की आशंका
  • केजरीवाल ने आत्महत्या की चेतावनी दी

Arvind Kejriwal Press Conference: नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को केंद्र सरकार हमला बोलते हुए हुए आरोप लगाया कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव में भारतीय कपास किसानों को धोखा दिया है।

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आप नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अमेरिका से आने वाले कपास पर 11 प्रतिशत शुल्क हटाने का फैसला किया है। अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत शुल्क होने के कारण भारतीय किसानों का कपास भारतीय बाजार में आसानी से बिक जाता था।

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’90 से 95 प्रतिशत किसानों को पता ही नहीं’ : केजरीवाल

केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री मोदी जी ने पीठ पीछे कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जो देश के किसानों के साथ विश्वासघात हैं। अभी 90 से 95 प्रतिशत किसानों को पता ही नहीं है कि क्या हुआ है। जब ये फैसले सामने आएंगे तो किसानों के पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। हाल ही में मोदी जी ने ट्रंप और अमेरिका के दबाव में यह फैसला लिया कि अब तक अमेरिका से आने वाले कपास पर 11 प्रतिशत शुल्क लगा दिया गया था, इससे जो कपास भारत में आता था और जिसे भारत के किसान भारत में उगाते थे, वह अमेरिका के कपास से सस्ता पड़ता था और भारत के किसानों का कपास भारत के बाजारों में बिकता था।”

उन्होंने कहा, “हाल ही में मोदी सरकार ने फैसला लिया है कि अमेरिका से आने वाले कपास पर जो 11 प्रतिशत शुल्क लगता था, उसे हटा दिया गया है। अब अमेरिका से आने वाले कपास पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। 19 अगस्त से 30 सितंबर तक, 40 दिनों के लिए यह शुल्क हटा दिया गया है। अब अमेरिका से जो कपास आएगा या आना शुरू होगा, वह पूरे देश के किसानों के कपास से लगभग 15 से 20 किलो सस्ता है। ऐसे में भारत का किसान कहां जाएगा और अपना कपास कैसे बेचेगा?”

अमेरिकी कपास भारतीय कपास से सस्ता

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अमेरिका से आने वाला कपास भारतीय किसानों से आने वाले कपास से लगभग 15 से 20 रुपये सस्ता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 19 अगस्त से 30 सितंबर तक अमेरिकी कपास पर 11 प्रतिशत शुल्क हटा दिया है। उन्होंने कहा, “अब 19 अगस्त से 30 सितम्बर तक, 40 दिनों तक, अमेरिका से आने वाले कपास पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा। अब, जो कपास अमेरिका से आएगा या आना शुरू हो गया है, वह भारत में भारतीय किसानों के कपास की तुलना में औसतन 15-20 रुपये प्रति किलोग्राम सस्ता है।”

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आप संयोजक ने आगे कहा कि भारतीय कपड़ा उद्योग 30 सितंबर तक अमेरिकी कपास खरीदेगा और अक्टूबर से बाज़ार में आने वाला भारतीय किसानों का कपास सस्ते दामों पर बेचना पड़ेगा। उन्होंने इस कदम को भारतीय किसानों के साथ विश्वासघात बताया। केजरीवाल ने आगे कहा कि, “हमारे किसानों का कपास अक्टूबर से बाज़ार में आना शुरू हो जाएगा। जुलाई के महीने में देश के किसानों ने कपास बोया है, बीज बोए हैं, कर्ज लेकर अपना कपास बोया है। उन किसानों ने पैसे दिए और वो कपास अक्टूबर से बाज़ार में आना शुरू हो जाएगा। 30 सितंबर तक देश का कपड़ा उद्योग अमेरिका से कपास खरीद चुका होगा। वो सस्ता कपास खरीद चुका होगा, उसे देश के किसानों के कपास की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और जो कपास महंगा होगा, उससे भी उनकी ज़रूरत पूरी हो जाएगी। ये हमारे देश के किसानों के साथ धोखा है,”


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

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A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown