(फाइल फोटो के साथ)
तिरुवनंतपुरम, तीन अप्रैल (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मध्यप्रदेश के जबलपुर में कैथोलिक पादरियों पर हाल में हुए कथित हमले की बृहस्पतिवार को निंदा की। उन्होंने प्रशासन से मामले में दृढ़ता से हस्तक्षेप करने और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की अपील की।
विजयन ने कहा कि तीर्थयात्रा पर गई महिलाओं और बच्चों समेत आदिवासियों के एक समूह को ‘जबरन धर्म परिवर्तन कराने’ के आरोप में थाने ले जाया गया।
उन्होंने कहा कि जब कुछ पादरियों ने उनकी मदद करने के लिए हस्तक्षेप किया, तो पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने उनकी पिटाई कर दी।
विजयन ने पूरी घटना को ‘अत्यंत घृणित’ करार दिया।
केरल के ये पादरी कथित तौर पर जबलपुर में रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी हरकतों के पीछे जो लोग हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि भारत में बढ़ते सांप्रदायिक हमले लोगों के शांतिपूर्ण जीवन और देश की समग्र प्रगति के लिए खतरा हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (लोगों को) ऐसी हरकतों से दूर रहना चाहिए, जो नफरत फैलाती हैं और समाज में अशांति पैदा करती हैं।’’
विजयन ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिम्मेदार लोग अब भी इन हमलों का स्थायी समाधान खोजने के लिए तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ओर से इस तरह की निष्क्रियता ‘धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों में वृद्धि का कारण मानी जाती है।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भारत में इस तरह के हमलों में वृद्धि को उजागर करने वाली रिपोर्ट प्रकाशित की हैं।
उन्होंने केंद्र सरकार पर इस मुद्दे पर ‘चुप रहने’ का आरोप लगाया।
विजयन ने कहा कि कि केंद्र सरकार अपनी निष्क्रियता के कारण मूकदर्शक बनी हुई है, जबकि वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।
भाषा
राजकुमार पारुल
पारुल