कासरगोड, नौ सितंबर (भाषा) केरल के कासरगोड जिले में हाल ही में ईद-ए-मिलाद के मौके पर एक जुलूस के दौरान मुस्लिम युवकों द्वारा एक हिंदू मंदिर को सलामी देने से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
वीडियो के वायरल होने के बाद लोग इस घटना को राज्य में धार्मिक सद्भाव की मिसाल बता रहे हैं।
‘इंस्टाग्राम’ पर वायरल एक रील में देखा जा सकता है कि वर्दी पहने स्वयंसेवक सड़क पर जुलूस निकाल रहे थे और बीच में कुछ देर रुकने के बाद मंदिर की ओर सलामी दे रहे थे।
ईद-ए-मिलाद के मौके पर जुलूस का आयोजन यहां पलाकुन्नू स्थित कोट्टिकुलम नूरुल हुदा मदरसा द्वारा किया गया था और जिस मंदिर को उन्होंने सलामी दी, वह पलाकुन्नू कजहाकम भगवती मंदिर था।
ईद-ए-मिलाद पैगंबर मुहम्मद का जन्मोत्सव है।
स्थानीय युवक अनिशीथ के. ने अपने मोबाइल फोन से मुस्लिम युवक द्वारा सलामी दिये जाने की तस्वीरें खींचीं और शनिवार को ‘इंस्टाग्राम’ पर पोस्ट कर दीं। इस वीडियो को अब तक लगभग 25 लाख लोग देख चुके हैं।
उन्होंने कहा, “जब मैंने इसे (वीडियो को) पोस्ट किया था, तब मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह वीडियो वायरल हो जाएगा। मैं अपने पिता की दुकान पर बैठा था, जो मंदिर के ठीक सामने है और जुलूस सड़क से गुजर रहा था।”
अनिशीथ ने मंगलवार को मीडिया को बताया, “उन लोगों द्वारा मंदिर को सलामी देते देखकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए। इसलिए, मैंने अपने फोन में तस्वीरें खींच लीं।”
उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “यह केरल है। केरल की विविधता में एकता। ‘नबी दिनम’ पर मुसलमान एक हिंदू मंदिर को सलामी देते हुए, धर्मों के बीच सम्मान और सद्भाव दर्शाते हुए।”
जुलूस के एक आयोजक ने कहा कि वे पिछले 10 साल से मंदिर को सलामी देने की परंपरा का पालन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “इस बार यह वीडियो के जरिए वायरल हो गया। जुलूस में बच्चों समेत 47 लोग शामिल थे। वायरल वीडियो देखने के बाद कई लोगों ने हमें फोन और मैसेज किए।”
आयोजक ने बताया कि सिर्फ इसी मंदिर के सामने ही नहीं, बल्कि जिस रास्ते से जुलूस गुजरता है, वहां पड़ने वाले दूसरे धार्मिक स्थलों के सामने भी वे श्रद्धा अर्पित करते हैं।
भाषा जितेंद्र दिलीप
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