Uttarakhand Paper Leak: पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, जिस कमरे में बैठा था मास्टरमाइंड.. वहां नहीं लगा था जैमर, बहन भी पहुंची सलाखों के पीछे

पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा, जिस कमरे में बैठा था मास्टरमाइंड.. वहां नहीं लगा था जैमर, Khalid Mohammad and his sister arrested in Uttarakhand paper leak case

  •  
  • Publish Date - September 23, 2025 / 07:48 PM IST,
    Updated On - September 24, 2025 / 12:11 AM IST

देहरादूनः Uttarakhand Paper Leak: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मामले में मास्टरमाइंड खालिद मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने उसकी बहन साबिया को भी पकड़ा है। जांच टीम ने हरिद्वार पहुंचकर आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज, बहादरपुर जट का निरीक्षण किया। इसी केंद्र से प्रश्न पत्र बाहर आया था। टीम ने परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल, कक्ष निरीक्षकों और अन्य गवाहों से लंबी और विस्तृत पूछताछ की है। विवेचना के दौरान घटनास्थल के निरीक्षण, गवाहों के बयानों, साइबर और सर्विलांस द्वारा जुटाए गए महत्वपूर्ण साक्ष्यों के आधार पर, पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

Read More : Navratri Vrat Niyam: नवरात्रि में व्रत के दौरान चाय यां कॉफ़ी पीनी चाहिए या नहीं? जान लें कहीं अनजाने में आपका व्रत तो नहीं टूट रहा..

रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच में सामने आया कि जिस केंद्र में खालिद परीक्षा दे रहा था, उस केंद्र में कुल 18 कमरे थे। केंद्र में परीक्षा के लिए कुल 15 जैमर लगे थे, लेकिन कमरा नंबर 9, 17 और 18 में जैमर नहीं लगे हुए थे। वहीं, कमरा नंबर 9 में खालिद परीक्षा दे रहा था। इसी कमरे से बैठकर खालिद ने किसी डिवाइस से परीक्षा के तीन पेज अपनी बहन साबिया को भेजे थे और साबिया ने प्रोफेसर सुमन चौहान को भेजे थे। इस पूरे मामले में जैमर टीम संदिग्ध नजर आ रही है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।

Read More : Ambikapur News: देर रात शादीशुदा प्रेमिका से मिलने पहुँचा प्रेमी, गांववालों ने पकड़कर ऐसे सिखाया सबक, फिर सामाजिक बैठक में हुआ ये बड़ा फैसला

कौन है खालिद मोहम्मद

पेपर लीक प्रकरण में सामने आया खालिद मोहम्मद सुल्तानपुर का रहने वाला है। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले खालिद की पांच बहनें और एक भाई है। भाई मानसिक रूप से बीमार है, जिसको परिवार वालों ने छोड़ रखा है। पांच बहनों में सिर्फ एक ने ही स्नातक तक की पढ़ाई की है। करीब तीन साल पहले देहरादून में संविदा पर जूनियर इंजीनियर (जेई) के पद पर तैनात हुआ था। हालांकि कुछ समय बाद ही उसे सेवा से हटा दिया गया। इसके बाद से वह लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटा था। बताया जाता है कि पिछले दो साल से वह घर पर रहकर तैयारी कर रहा था। पुलिस को खालिद की बहन ने बताया है कि भाई अपना मोबाइल पेपर के दिन घर छोड़कर गया था। लोकेशन भी सुल्तानपुर टॉवर की है।