नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) जल्द ही निर्माण और तोड़फोड़ (सी एंड डी) संबंधी मलबे के लिए 14 अतिरिक्त निस्तारण स्थलों की पहचान करेगा और उन्हें सीसीटीवी निगरानी तथा पानी की बौछार (मिस्ट स्प्रे) वाली प्रणाली से लैस करेगा। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नगर निगम के शीर्ष अधिकारियों ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि वर्तमान में ऐसे 132 स्थल पहले से ही उपलब्ध हैं तथा निर्माण और तोड़फोड़ मलबा प्रबंधन ढांचे के तहत 14 अतिरिक्त स्थानों की पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है।
अधिकारी ने कहा कि निगरानी और धूल नियंत्रण को मजबूत करने के लिए स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली और ‘मिस्ट स्प्रेयर’ से लैस सीसीटीवी कैमरे सभी स्थलों पर स्थापित किए जाएंगे।
अधिकारी ने बताया कि अवैध मलबा फेंकने पर रोक लगाने और बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कैमरे लगाने और 106 स्थलों पर सुधार कार्यों के लिए 7.1 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष खुले में कचरा जलाने के खिलाफ कार्रवाई और सख्त की गई है और 2025 में अब तक लगभग 375 चालान जारी किए जा चुके हैं और कुल 19.5 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर कार्रवाई को मजबूत करने के लिए 1,812 प्रवर्तन टीम का गठन किया गया है और वे 24 घंटे उल्लंघन की निगरानी करने व प्रदूषण नियंत्रण मानदंडों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं।
भाषा
शुभम माधव
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