दर्दनाक रोड एक्सीडेंट में बेटे के मौत से गमगीन परिवार ने सड़क सुरक्षा को लेकर जो कदम उठाया है उसकी चारो तरफ प्रशंसा हो रही हैं। परिवार का कहना हैं की जिस तरह से एक लापरवाही के चलते उनके घर का चिराग हमेशा के लिए बुझ गया, किसी और परिवार को यह दिन देखना ना पड़े और फिर रुंधे गले से कार्यक्रम में 21 युवाओं को हेलमेट सौंपा गया। सभी से यह अपील भी की गई की जब कभी वो बाइक लेकर घर से बाहर निकले तो हेलमेट अवश्य लगाएं, यह आदत उस त्रासदी को आने से रोकेगा जिसकी चपेट में आज खुद उसका परिवार आ गया हैं।
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पूरा मामला मध्यप्रदेश के भोपाल के नर्मदापुरम का हैं। यहाँ इसी महीने के 8-9 तारीख़ को 22 साल के एक युवा चंद्रशेखर मेहर दर्दनाक सड़क हादसे का शिकार हो गया था। उसकी तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से जा टकराई थी। इस हादसे में चंद्रशेखर ने दम तोड़ दिया था। पोस्टमार्टम में यह बात सामने आई थी की चंद्रशेखर के सिर पर गहरी चोट लगी थी। टक्कर के दौरान अगर चंद्रशेखर ने हेलमेट पहना होता तो वह सुरक्षित रहता और उसकी मौत नहीं होती।
इसके बाद जब चंद्रशेखर का अंतिम संस्कार हुआ तो तेरहवीं कार्यक्रम में पहुंचे 21 युवाओं को मृतक चंद्रशेखर के परिजनों की तरफ से उन्हें हेलमेट सौंपा गया। उनसे यह संकल्प भी कराया गया की वे जब कभी बाइक की सवारी करेंगे तब हेलमेट जरूर पहनेंगे। इस मौके पर शहर यातायात के डीएसपी भी मौजूद थे। उन्होंने परिवार के इस जनजागरूकता और सड़क सुरक्षा से कदम की भरपूर सराहना की।
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डीएसपी ने बताया की चंद्रशेखर की मौत की वज़ह हेलमेट का नहीं पहनना था लेकिन अब हमारे सामने एक बड़ा सबक हैं की दोपहिया वाहन में सफर के दौरान हम सभी हेलमेट का अनिवार्य तौर पर इस्तेमाल करें। डीएसपी ने बताया की पुलिस का उद्देश्य चालान काटना नहीं होता बल्कि बाइक चालकों को सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों को उनकी सुरक्षित जिंदगी के लिए जागरूक करना होता हैं।
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