National Unity Day: एकता के प्रहरी सरदार पटेल की जयंती आज, इस दिन क्यों मनाते हैं राष्ट्रीय एकता दिवस और कैसे लेते हैं शपथ?
आज 31 अक्टूबर को पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर लोग अखंड भारत के संकल्प की शपथ लेते हैं और देश की एकता व अखंडता को मजबूत करने का प्रण करते हैं।
(National Unity Day, Image Credit: nlcindialimited X)
- 31 अक्टूबर: पूरे भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
- लौह पुरुष सरदार पटेल: बिखरे रियासतों को एक सूत्र में पिरोने वाले भारत के पहले उपप्रधानमंत्री।
- थीम 2025: “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” – एकता और अखंडता को बढ़ावा।
नई दिल्ली: National Unity Day: हर वर्ष 31 अक्टूबर को पूरे भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस भारत के लौह पुरुष और पहले उपप्रधानमंत्री व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है, जिन्होंने अलग-अलग रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर आधुनिक भारत की नींव रखी।
राष्ट्रीय एकता दिवस का महत्व
साल 2014 में पहली बार सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई। इसका मुख्य मकसद नागरिकों में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी संस्थान और संग्रहालयों में रन फॉर यूनिटी, निबंध प्रतियोगिताएं और देशभक्ति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष 2025 में यह दिवस सरदार पटेल की 150वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है।
एकता दिवस का संदेश और थीम
इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस की थीम है – ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ इसका उद्देश्य देशवासियों में भाईचारे और एकता की भावना को मजबूत करना और विविधता में एकता का संदेश देना है।
भारत पर्व और सांस्कृतिक झलक
सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत पर्व का आयोजन गुजरात के एकता नगर में किया गया है। यह कार्यक्रम 1 से 15 नवंबर तक चलेगा और इसमें महिलाओं की प्रमुख भागीदारी, जनजातीय संस्कृति की झलक और सुरक्षा बलों की परेड भी शामिल है।
एकता की शपथ
एकता दिवस के मौके पर देशवासियों को अखंड भारत के संकल्प की शपथ दिलाई जाती है। शपथ इस प्रकार है:
“मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं।”
राष्ट्रीय एकता दिवस का उद्देश्य
सरकार ने 2014 में यह निर्णय लिया कि सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य है:
- देश की एकता और अखंडता को प्रोत्साहित करना।
- सरदार पटेल के योगदान का सम्मान करना।
- देशवासियों में भाईचारे और एकता की भावना को बढ़ावा देना।
- विविधता में एकता का संदेश फैलाना।
रन फॉर यूनिटी का आयोजन
हर वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। इस बार सरदार पटेल की 150वीं जयंती के चलते इसे बड़े पैमाने पर आयोजित किया गया है। सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, जिलों, पुलिस स्टेशनों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौड़ के माध्यम से देशवासियों को एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति संकल्प दिलाया जाएगा।
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