Naxalite Manish Yadav Killed: एक और खूंखार नक्सली मनीष यादव भी ढेर.. पूरी रात होती रही गोलीबारी, सुबह बरामद हुई लाश..

इससे पहले बुधवार को छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में हुए ऑपरेशन में माओवादियों के सबसे बड़े नेता नामबाला केशव राव (बसवराज) समेत 26 नक्सली मारे गए थे। यह लगातार दूसरा बड़ा ऑपरेशन है जिसमें नक्सली नेताओं को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।

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  • Publish Date - May 26, 2025 / 08:28 AM IST,
    Updated On - May 26, 2025 / 08:28 AM IST

Naxalite Manish Yadav Killed in Jharkhand || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • झारखंड में 5 लाख के इनामी नक्सली मनीष यादव को सुरक्षाबलों ने मार गिराया
  • मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी कुंदन खेरवार गिरफ्तार, दो राइफलें बरामद
  • दो दिन पहले पप्पू लोहरा को मारने के बाद सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता

Naxalite Manish Yadav Killed in Jharkhand: लातेहार: छत्तीसगढ़ के डीआरजी फ़ोर्स को मिली कामयाबी से दूसरे राज्य की पुलिस और सुरक्षाबलों के हौसले बुलंद है। बात करें पड़ोसी राज्य झारखण्ड की तो यहाँ भी सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियान को तेज कर दिया है। दो दिन पहले सुरक्षाबलों ने पप्पू लोहरा को गोलियों का शिकार बनाया था तो वही आज मनीष यादव भी मारा गया।

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5 लाख रुपये का इनामी मनीष यादव

नक्सली मनीष यादव पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस को लम्बे वक़्त से उसकी तलाश थी। वह आम लोगों की ह्त्या, पुलिस बल के खिलाफ साजिश रचाने और लूटपाट सरीखी वारदातों में शामिल रहा है।

Naxalite Manish Yadav Killed in Jharkhand: बताया जा रहा है कि, पुलिस की कार्रवाई में 10 लाख रुपये का इनामी नक्सली कुंदन खेरवार भी गिरफ्तार हुआ है। पुलिस ने मौके से दो एक्स.95 ऑटोमेटिक राइफल भी बरामद की है। यह मुठभेड़ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के करमखाड़ और दौना के बीच की है। मुठभेड़ के बाद पुलिस की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। पलामू डीआईजी वाईएस रमेश ने नक्सली के मारे जाने की पुष्टि की है।

दरअसल, लातेहार पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली कमांडर मनीष यादव अपने दस्ते के साथ महुआडांड़ थाना क्षेत्र के दौना और करमखाड़ के बीच जंगल में मौजूद है। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम गठित की गई और नक्सलियों की घेराबंदी का काम शुरू किया गया। इसी बीच पुलिस और नक्सलियों में मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सली कमांडर मनीष यादव को मार गिराया गया।

“महुआडांड़ के दौना इलाके में पुलिस एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. जिसमें मनीष यादव मार गया है. मौके से एक नक्सली को भी गिरफ्तार किया गया है. इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है” : वाईएस रमेश, पलामू डीआईजी

पप्पू लोहरा भी ढेर

Naxalite Manish Yadav Killed in Jharkhand: गौरतलब है कि, दो दिन पहले झारखंड के सुरक्षा बलों ने एक बड़ी कार्रवाई में नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) के प्रमुख पप्पू लोहरा को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। उसके साथी और संगठन के दूसरे नंबर के कमांडर प्रभात गांघू को भी मार गिराया गया था, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम था। यह मुठभेड़ शनिवार को लातेहार जिले के इचाबर के जंगलों में हुई थी, जहां सुरक्षाबलों को नक्सलियों की मौजूदगी की सटीक जानकारी मिली थी।

बता दें कि, JJMP, माओवादी संगठन CPI (माओवादी) से अलग हुआ एक गुट है, जिसकी शुरुआत 2010 में हुई थी। पप्पू लोहरा इस संगठन का प्रमुख चेहरा था और वह 60 से 70 आपराधिक मामलों में वांटिड था, जिसमें हत्या, फिरौती और सुरक्षा बलों पर हमले शामिल थे। उसकी मौत को नक्सलियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

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Naxalite Manish Yadav Killed in Jharkhand: इससे पहले बुधवार को छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में हुए ऑपरेशन में माओवादियों के सबसे बड़े नेता नामबाला केशव राव (बसवराज) समेत 26 नक्सली मारे गए थे। यह लगातार दूसरा बड़ा ऑपरेशन है जिसमें नक्सली नेताओं को सुरक्षा बलों ने मार गिराया है।

❓1. मनीष यादव कौन था और उस पर क्या आरोप थे?

मनीष यादव झारखंड का एक कुख्यात नक्सली कमांडर था, जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह आम नागरिकों की हत्या, लूटपाट, पुलिस पर हमले और साजिश जैसे कई गंभीर मामलों में शामिल था। वह लंबे समय से सुरक्षाबलों की रडार पर था और हाल ही में लातेहार जिले के महुआडांड थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान मारा गया।

❓2. हाल के दिनों में झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान में और कौन मारा गया है?

पप्पू लोहरा, जो नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) का प्रमुख था, को भी दो दिन पहले इचाबर के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। उसके साथ संगठन के दूसरे बड़े कमांडर प्रभात गांघू को भी ढेर कर दिया गया। प्रभात पर भी 5 लाख रुपये का इनाम था। इन दोनों की मौत नक्सल संगठनों के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है।

❓3. क्या इन कार्रवाइयों से झारखंड और आसपास के राज्यों में नक्सल गतिविधियों पर असर पड़ा है?

हाँ, हाल की मुठभेड़ों में मनीष यादव, पप्पू लोहरा, प्रभात गांघू और छत्तीसगढ़ में बसवराज जैसे बड़े नक्सली नेताओं के मारे जाने से नक्सल संगठन को गंभीर नुकसान हुआ है। इन कार्रवाइयों से सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है और इससे झारखंड, छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सल गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।