एनसीबी ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया, अमित शाह ने कार्रवाई को सराहा

एनसीबी ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया, अमित शाह ने कार्रवाई को सराहा

एनसीबी ने अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया, अमित शाह ने कार्रवाई को सराहा
Modified Date: July 2, 2025 / 08:28 pm IST
Published Date: July 2, 2025 8:28 pm IST

नयी दिल्ली, दो जुलाई (भाषा) स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई को बहु-एजेंसी समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।

शाह ने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार देश के युवाओं की सुरक्षा के लिए हर मादक पदार्थ गिरोह को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है चाहे वे कहीं से भी काम करते हों।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अवैध मादक पदार्थ व्यापार के खिलाफ अब तक की सबसे व्यापक कार्रवाइयों में से एक के तहत एनसीबी ने एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया, जो एन्क्रिप्टेड डिजिटल मंच, ड्रॉप शिपिंग मॉडल और क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग कर चार महाद्वीपों में प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी कर रहा था।

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शाह ने कहा, “एनसीबी और अन्य एजेंसियों को वैश्विक मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़ करने पर बधाई। जांच ने बहु एजेंसी समन्वय का एक शानदार उदाहरण पेश किया, जिसके परिणामस्वरूप आठ गिरफ्तारियां हुईं और पांच खेप जब्ती हुईं, चार महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में संचालित गिरोह के खिलाफ अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में कार्रवाई हुई है।”

उन्होंने कहा कि एजेंसियां ​​लगातार इन गिरोहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले क्रिप्टो भुगतान और गुमनाम ‘ड्रॉप शिपर्स’ जैसे तरीकों की निगरानी कर रही हैं।

‘ड्रॉप शिपर’ एक खुदरा विक्रेता होता है जो उत्पादों को स्टॉक में नहीं रखता है, बल्कि ग्राहक के ऑर्डर को तीसरे पक्ष के आपूर्तिकर्ता को भेज देता है, जो फिर माल को सीधे ग्राहक तक भेज देता है।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर मादक पदार्थ गिरोह, चाहे वह कहीं से भी चल रहा हो, को खत्म करने और देश के युवाओं की रक्षा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।”

विज्ञप्ति में कहा गया कि नयी दिल्ली में वाहनों को रोक कर जांच करने की एक नियमित प्रक्रिया के रूप में शुरू हुई यह कार्रवाई एक परिष्कृत आपराधिक नेटवर्क को उजागर करने में बदल गई, जो भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में फैला हुआ था।

इस अभियान ने चार महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में फैले एक वैश्विक नेटवर्क का खुलासा किया।

एक गुप्त सूचना के आधार पर 25 मई को एनसीबी की टीम ने दिल्ली के मंडी हाउस के पास एक कार को रोका।

कार में सवार दो व्यक्तियों के कब्जे से 3.7 किलोग्राम ट्रामाडोल टैबलेट जब्त किए। दोनों व्यक्ति नोएडा के एक प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालय से बी. फार्मा स्नातक थे।

पकड़े गए व्यक्तियों ने स्वीकार किया कि वे एक प्रमुख भारतीय बीटूबी मंच पर वेंडर प्रोफाइल संचालित कर रहे थे, जहां से वे अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में ग्राहकों को फार्मास्यूटिकल गोलियां बेचते थे।

विज्ञप्ति के मुताबिक, पूछताछ से प्राप्त सुरागों ने जांच टीम को रुड़की में एक स्टॉकिस्ट तक पहुंचाया। जिसके बाद दिल्ली के मयूर विहार में एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया गया, जिसने कर्नाटक के उडुपी में एक संपर्क का खुलासा किया, जो अमेरिका के लिए थोक ऑर्डर और शिपमेंट का इंतजाम करता था।

उडुपी से एनसीबी ने 50 अंतरराष्ट्रीय खेपों का पता लगाया, जिसमें अमेरिका से अमेरिका तक के लिये 29 पैकेज, ऑस्ट्रेलिया से ऑस्ट्रेलिया तक के 18 पैकेज, एस्टोनिया, स्पेन और स्विटजरलैंड के एक-एक पैकेज शामिल हैं।

उपरोक्त जानकारी वैश्विक साझेदारों और इंटरपोल के साथ साझा की गयी जिसके बाद एक आपूर्तिकर्ता और धनशोधक की गिरफ्तारी के साथ ही अमेरिका में नियंत्रित दवाओं का एक विशाल भंडार जब्त किया गया।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश


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