नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (भाषा) शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में आनंदपुर साहिब संकल्प की ‘अलगाववादी दस्तावेज’ के रूप में व्याख्या की बात से सोमवार को इनकार किया।
यह जानकारी केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोकसभा में शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में साझा की।
देवी ने कहा, ‘‘एनसीईआरटी ने सूचित किया है कि कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की ऑनलाइन उपलब्ध वर्तमान एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक ‘स्वतंत्रता के बाद से भारत की राजनीति’ में आनंदपुर साहिब संकल्प की व्याख्या एक अलगाववादी दस्तावेज़ के रूप में नहीं की गयी है। इस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री और एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) के बीच हस्ताक्षर किए गए थे।
मंत्री ने यह भी कहा, ‘‘उन्होंने यह भी सूचित किया है कि उन्होंने इस संधि को अलग सिख राज्य की मांग करार नहीं दिया है।’’
आनंदपुर साहिब संकल्प 1973 में शिरोमणि अकाली दल द्वारा की गई मांगों की सूची वाला एक बयान था।
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