जयपुर, 28 अगस्त (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं की साख खराब करने के लिए किया है।
कांग्रेस नेता गहलोत ने इस मुद्दे को लेकर ‘एक्स’ पर कहा, “ईडी ने हमारी नेता सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से लम्बी पूछताछ कर उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया लेकिन ईमानदारी एवं सत्य के सामने ईडी को झुकना ही पड़ा।”
उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, तथा मनीष सिसोदिया और भारत राष्ट्र समिति की नेता के. कविता समेत तमाम ऐसे विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता हैं जिन्हें अदालत ने जमानत देते हुए ईडी को फटकार लगाई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, “ कुछ नेताओं की तो गिरफ्तारी को अवैध बताया गया तो कुछ को जेल में रखने की मंशा को गलत माना गया और ईडी को निष्पक्षता से काम करने की हिदायत भी दी।
गहलोत के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन नेताओं को केवल जमानत के लिए भी उच्चतम न्यायालय तक जाना पड़ा जबकि शीर्ष अदालत का प्राथमिक काम जमानत देना नहीं है।
उन्होंने अपने पोस्ट में आरोप लगाया, “ यह दिखाता है कि कैसे केंद्र की राजग सरकार ने ईडी का दुरुपयोग केवल विपक्षी नेताओं को जेल में डालकर राजनीतिक प्रक्रिया को बाधित करने एवं विपक्षी नेताओं की साख खराब करने के लिए किया है।”
गहलोत ने ईडी के अधिकारियों से कहा कि उन्हें सोचना चाहिए कि उनकी जवाबदेही भारत के संविधान और उनके वेतन के लिए कर देने वाली जनता के प्रति है या केवल भाजपा के नेताओं के प्रति है।
कांग्रेस नेता ने कहा, “देश में सरकारें तो आती-जाती रहेंगी पर इन प्रमुख एजेंसियों को अपनी छवि का ख्याल रखना चाहिए।”
भाषा पृथ्वी नोमान
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